80 हजार शहरियों की मुश्किल बढ़ाएगा इस महीने का बिजली बिल
बिजली निगम के अफसरों व बिलिंग कंपनी की मिलीभगत इस माह शहर के 80 हजार बिजली उपभोक्ताओं की मुश्किल बढ़ाएगी। इन कनेक्शनों पर पिछले माह बिजली बिल नहीं बनने के कारण इस माह दो माह का बिल एक साथ बनेगा। इतना...
बिजली निगम के अफसरों व बिलिंग कंपनी की मिलीभगत इस माह शहर के 80 हजार बिजली उपभोक्ताओं की मुश्किल बढ़ाएगी। इन कनेक्शनों पर पिछले माह बिजली बिल नहीं बनने के कारण इस माह दो माह का बिल एक साथ बनेगा। इतना ही नहीं इनमें से करीब 50 हजार कनेक्शन है, जिसपर तीन महीने से बिजली खपत की रीडिंग नहीं हुई है। नवागत बिलिंग कंपनी बीसीआईटीएस अपना बिलिंग टार्गेट को शत-प्रतिशत पूरा करेंगे। ऐसे में इस माह 80 हजार शहरियों को दो से तीन माह का बिजली बिल बनेगा और भारी भरकम बिल धनराशि होगी। उसे जमा करने में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। शहरियों का कहना हैकि एक महीने से अधिक की बिल धनराशि का भुगतान करने पर घरेलू बजट बिगड़ जाएगा।
दरअसल, महानगरीय विद्युत वितरण मण्डल के 1.74 लाख कनेक्शनों पर दो साल से बिल बनाने की जिम्मेदारी लखनऊ की सीआई कंपनी सम्भाल रही थी। अपने कार्यकाल के दौरान बिलिंग कंपनी हर महीने बड़ी संख्या में गलत रीडिंग पर बिल बनाती रही। इसके अलावा शतप्रतिशत उपभोक्ताओं को बिल मुहैया कराने में फिसड्डी रही। अफसरों के बार-बार पत्राचार के बाद पावर कारपोरेशन ने तीन जोन में बिलिंग का ठेका किसीबड़ी कंपनी को देने की कवायद शुरु कर दी। इसकी खबर प्रकाशित होने के बाद बिलिंग कंपनी के मैनेजर ने सरोज शर्मा ने अफसरों की मिलीभगत से बिलिंग ठप करा दी।
राजस्व वसूली का दबाव बढ़ने पर अफसरों ने बिलिंग शुरू कराई।
बिलिंग कंपनी ने बीते जुलाई में महज 98 हजार कनेक्शनों पर मीटर रीडिंग से बिल बनाया और उपभोक्ताओं को मुहैया कराया। इसके बाद महीने के अंत में मैनेजर ने करीब 30 हजार कनेक्शनों पर फेक रीडिंग से सिस्टम में बिल बनाया। इस तरह करीब 50 हजार कनेक्शनों पर बिजली बिल नहीं बना। इसी तरह अगस्त में बिलिंग कंपनी ने 94 हजार कनेक्शनों पर बिजली बिल बनाया। करीब 80 हजार कनेक्शनों पर बिल नहीं बना। यह उपभोक्ता बिल मिलने का इंतजार करते रहे। इनमें से कुछ ने काउण्टर पर रीडिंग बताकर बिल बनवाया।
इन खण्डों के उपभोक्ताओं को मिलेगा दो माह का बिल
वितरण खण्ड उपभोक्ता बिलिंग हुई शेष बचे
प्रथम 56000 25000 31000
द्वितीय 59000 35000 24000
तृतीय 28000 17000 11000
चतुर्थ 31000 18000 13000
बिजली अफसरों की लापरवाही की सजा मिल रही
शहर के बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली अफसरों व बिलिंग कंपनी की मिलीभगत व मनमानी की सजा उपभोक्ताओं को मिलेगी। बिलिंग कंपनी के कर्मचारी कई माह दर माह बिल नहीं देते है। ज्यादातर कर्मचारी कार्यालय में बैठकर बिना रीडिंग लिए ही बिल बना देते है। दोसाल से यही सिलसिला चल रहा है। बिजली उपभोक्ताओं जहां एक साथ दो दो तीन तान माह के बिल एक साथ देने पड़ते है। दूसरे मामूली लोड पर भी हजारों रुपये से ऊपर बिल आ रहा है। रुस्तमपुर के सुनील कुमार का कहना है कि विभाग ने पहले उसे दो माह का बिल नहीं भेजा और अब जब भेजा है तो एक साथ हजारों का बिल भेज दिया। इतना बिल वह एक साथ दे नहीं सकता है। इसको लेकर वह विभाग के अधिकारियों के पास भी गया। कमोबेस यही कहानी हर पीड़ित उपभोक्ता की है।