17 वर्षीय किशोरी के स्तन से निकला 7 किलो का ट्यूमर
किशोरावस्था में भी स्तन कैंसर हो सकता है। महानगर स्थित पोद्दार कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर किशोरी के स्तन से सात किलोग्राम का ट्यूमर निकाला है। इस दौरान डॉक्टरों ने स्तन को नहीं...
किशोरावस्था में भी स्तन कैंसर हो सकता है। महानगर स्थित पोद्दार कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर किशोरी के स्तन से सात किलोग्राम का ट्यूमर निकाला है। इस दौरान डॉक्टरों ने स्तन को नहीं निकाला।
कुशीनगर की रहने वाली किशोरी स्तन में गांठ से जूझ रही थी। करीब एक महीने पूर्व वह इलाज के लिए हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच कराई तो वे हैरान रह गए। स्तन में दोनों तरफ गांठों के गुच्छे फैले थे। गुच्छों का आकार काफी बड़ा था।
डॉक्टरों ने किया पहले चरण का ऑपरेशन
कैंसर सर्जन डॉ. मनोज श्रीवास्तव, डॉ. शशांक शेखर और डॉ. अनुराग सिंह ने ऑपरेशन करने का फैसला किया। करीब एक पखवारे पूर्व ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन करीब पांच घंटे चला। इस दौरान करीब सात किलोग्राम की गांठ के गुच्छे निकाले गए। ऑपरेशन के बाद उसकी हालत में तेजी से सुधार हुआ। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
किशोरी के स्तन को बचाने में जुटे डॉक्टर
डॉ. अनुराग ने बताया कि किशोरी के जीवन को देखते हुए फौरी तौर पर स्तन को नहीं निकाला। गांठों को हिस्टोपैथोलॉजी जांच के लिए हैदराबाद की प्रयोगशाला में भेजा गया है। वहां की रिपोर्ट का इंतजार है। अगर गांठ में कैंसर की तस्दीक होती है तो एक बार फिर से ऑपरेशन होगा। इस बार पूरे स्तन को निकाल दिया जाएगा।
परिजनों ने किया था नजरअंदाज
बताया जाता है कि 17 वर्षीय किशोरी ने दो साल पहले स्तन में गांठ होने की जानकारी परिवार की महिलाओं को दी। सबने नजरअंदाज कर दिया। जिसके कारण किशोरी का जीवन खतरे में आ गया है।
स्तन की गांठ को न करें नजरअंदाज
डॉ. मनोज श्रीवास्तव और डॉ. शशांक शेखर ने बताया कि स्तन सिकुड़ जाए या उसमें गड्ढा बने, दोनों स्तर में अंतर दिखे, दूध के अलावा पानी या कुछ अन्य तरल पदार्थ निकले तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। स्तन के पास खाल निकले, रंग बदले, सूजन आए, खुजली हो तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है।
स्तन कैंसर को रोकने के उपाय
- नियमित व्यायाम, योग करें
- ज्यादा नमक न खाएं
- सूरज की तेज किरणों से बचें
- रेड मीट न खाएं
- धूम्रपान और नशीले पदार्थों से दूर रहें
- डॉक्टर की सलाह पर ही गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करें
- काली चाय, ग्रीन टी पीने से भी खतरा कम होता है
- विटामिन डी, दूध, दही का इस्तेमाल करें