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बच्चों को स्कूल पहुंचाने वाले 30 वाहनों का चालान

कुशीनगर दुर्घटना के बाद स्कूल वाहनों के खिलाफ आरटीओ ने सख्ती बढ़ा दी है। शासन के दिशा-निर्देश पर स्कूल वाहनों की जांच पड़ताल शुरू हो गई है। शनिवार को गोरखपुर संभाग में सघन जांच अभियान चलाया गया।...

बच्चों को स्कूल पहुंचाने वाले 30 वाहनों का चालान
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 29 Apr 2018 12:42 PM
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कुशीनगर दुर्घटना के बाद स्कूल वाहनों के खिलाफ आरटीओ ने सख्ती बढ़ा दी है। शासन के दिशा-निर्देश पर स्कूल वाहनों की जांच पड़ताल शुरू हो गई है। शनिवार को गोरखपुर संभाग में सघन जांच अभियान चलाया गया। जिसमें सिर्फ गोरखपुर में ही छोटे-बड़े 30 स्कूल वाहनों का चालान किया गया।

सहायक संभागीय परिहवन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार जायसवाल, यात्री कर अधिकारी शारदा मिश्र और इरशाद अली की टीम ने महानगर के तारामंडल, सिविल लाइंस, गोलघर और कार्मल स्कूल के आसपास सैकड़ों वाहनों को चेक किया। उनमें से अधिकतर आटो, टेंपो और वैन पकड़े गए जो अनधिकृत रूप से बच्चों को स्कूल ले जा रहे थे। कुछ छोटी बसें बिना परमिट ही बच्चों को स्कूल ले जा रही थीं।

कई जर्जर वैन और टेंपो पकड़े गए जिनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं था। इन सभी अनधिकृत वाहनों का चालान कर दिया गया। एआरटीओ संदीप कुमार जायसवाल के अनुसार आटो, टेंपो और वैन सिर्फ सवारी वाहन के रूप में पंजीकृत होते हैं। वे स्कूल वाहन के रूप में अधिकृत नहीं होते। इसके बाद भी बच्चों को स्कूल पहुंचाते हैं। लेकिन अब नहीं चलेगा। पकड़े जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन वाहनों का चालान किया गया है, उनके चालकों को चेतावनी भी दी गई है।

अगर दोबारा पकड़े गए तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे जर्जर और अवैध वाहनों से अपने बच्चों को स्कूल न भेजें। खुद पहुंचाएं या अधिकृत वाहनों से भेजें। एआरटीओ ने बताया कि जागरूकता के लिए स्कूल प्रबंधन को भी दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उनकी भी जिम्मेदारी तय की जा रही है।

अगर स्कूल वाहन से हादसा होता है तो प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। अगले सप्ताह से स्कूलों में पहुंचकर वाहनों के फिटनेस आदि की जांच की जाएगी। स्कूल प्रबंधन भी अपने यहां कार्यक्रमों के जरिये छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को जागरूक करें। मार्ग दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए जन जागरूकता जरूरी है।

ऑटो वाले भाग गए, बच्चों को अभिभावक ले गए स्कूल

सुबह ही आरटीओ की कार्रवाई की जानकारी ऑटो वालों को हो गई। अधिकतर ऑटो वालों ने मोहल्लों में फोन कर अभिभावकों को बता दिया कि अब दो चार दिन वह नहीं आएंगे। इसलिए बच्चों को स्कूल लाने व घर पहुंचाने की व्यवस्था खुद करें। बिलंदपुर के विजय यादव, राजेश सिंह, मोहद्दीपुर के दुर्गेश मिश्रा, कूड़ाघाट के विजय गुप्ता आदि ने बताया कि ऑटो वालों ने दो चार दिन का वक्त मांगा है। तब तक बच्चों को खुद स्कूल पहुंचाने की मजबूरी है।

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