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क्वारंटीन के खौफ में 10 हजार लोग गायब कोरोना का डर

इसे क्वारंटीन होने का खौफ कहें या फिर कोरोना संक्रमण को लेकर बेपरवाही। बड़े शहरों से आने वाले 10 हजार से अधिक लोग नगर निगम की नजर में ‘गायब हैं। पार्षद से लेकर सुपरवाइजरों तक को इनके बारे में कोई...

क्वारंटीन के खौफ में 10 हजार लोग गायब कोरोना का डर
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 29 May 2020 01:48 AM
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इसे क्वारंटीन होने का खौफ कहें या फिर कोरोना संक्रमण को लेकर बेपरवाही। बड़े शहरों से आने वाले 10 हजार से अधिक लोग नगर निगम की नजर में ‘गायब हैं। पार्षद से लेकर सुपरवाइजरों तक को इनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। प्रशासन के आंकड़ों के बाद निगम के अधिकारी सफाई इंस्पेक्टरों और सुपरवाइजरों के साथ मीटिंग कर गायब लोगों को तलाश कर उन्हें होम क्वारंटीन कराने का निर्देश दे रहे हैं।

सहजनवा में जीरो प्वाइंट कालेसर और रेलवे स्टेशन पर विभिन्न ट्रेनों से लौटे लोगों की स्क्रीनिंग और अन्य आकड़ें तस्दीक कर रहे हैं कि बीते 15 दिनों में शहर में 11 हजार से अधिक लोग आए हैं। इन्हें 14 दिन के लिए सरकारी व्यवस्था में या फिर घर में ही क्वारंटीन होना है। 70 वार्डों में पार्षद की अध्यक्षता में बनी निगरानी कमेटी की सक्रियता के बाद भी करीब 10 हजार लोगों का ब्योरा नगर निगम प्रशासन के पास नहीं है।

अधिकारी स्वीकारते हैं कि अभी तक 1480 लोगों को होम क्वारंटीन कराया गया है। इसके लेकर निगरानी समिति के नोडल अधिकारी और अपर नगर आयुक्त अनिल सिंह और सहायक नगर आयुक्त संजय शुक्ला ने बुधवार और गुरुवार को सफाई निरीक्षकों के साथ सुपरवाइजरों की बैठक की। बैठक में यह मुद्दा छाया रहा कि किसी भी तरह बाहर से आए लोगों को तलाश कर उन्हें होम क्वारंटीन कराएं।

परिवार वाले छिपा रहे सूचना, मोहल्ले वाले मुखर

नगर निगम के 70 वार्डों में 100 से लेकर 200 नागरिक मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, सूरत, दिल्ली, चेन्नई आदि शहरों से पहुंचे हैं। कुछ लोगों ने खुद या फिर उनके परिवारों ने पार्षद को सूचना देकर क्वारंटीन होने की औपचारिकता पूरी कर ली। लेकिन बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है, जिन्होंने चुपचाप घर में एंट्री कर ली। बीते दिनों जनप्रिय विहार कॉलोनी में वाराणसी से आए युवक की जानकारी परिवार ने कई दिनों तक छुपाई। पड़ोसियों की सक्रियता के बाद स्वास्थ्य टीम पहुंची तो परिवार वालों ने सूचना देने से इनकार कर दिया। पार्षद ने जब निगरानी समिति के सदस्य दरोगा को इसकी जानकारी दी तो परिवार ने बेटे के आने की बात कबूली।

पार्षद की सक्रियता के बाद हेल्थ टीम ने की जांच

अंसारी टोला में दिल्ली से लौटे परिवार ने भी पार्षद की सक्रियता के बाद हेल्थ टीम से जांच कराई। शक्तिनगर वार्ड में भी दिल्ली से आये दो परिवारों ने सूचना नहीं दी। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दक्षिणी बेतियाहाता में पहुंचे दो भाईयों ने भी निगरानी समिति को सूचना नहीं दी। पड़ोसियों की सूचना के सक्रिय हुए पार्षद ने पुलिस का सहयोग लेकर दोनों भाइयों को क्वारंटीन कराया।

बोले नोडल अधिकारी

निगरानी समिति से सहयोग को लेकर सभी को जागरूक किया जा रहा है। गुरुवार को दो जोन की समीक्षा की गई। होम क्वारंटीन होने की संख्या लगातार बढ़ रही है। सुपरवाइजरों को स्पष्ट निर्देश है कि वह लापरवाही नहीं बरतें। सभी के सहयोग से ही कोरोना के खिलाफ जंग जीती जा सकती है। कोई सूचना नहीं देगा या फिर होम क्वारंटीन के दौरान बाहर निकलेगा तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

- अनिल कुमार सिंह, नोडल अधिकारी, निगरानी समिति

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