हिंदू धर्म बचाने को गुरु कटवाया अपनी शीश: ज्ञानी राजेंद्र सिंह
Gonda News - गोण्डा में वीर बाल दिवस का आयोजन हुआ, जहां ज्ञानी राजेंद्र सिंह ने कहा कि यह दिन अनमोल है। उन्होंने सरदार फतेह सिंह और जोरावर सिंह के बलिदान को याद किया। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग...

गोण्डा, संवाददाता। वीर बाल दिवस सिर्फ खानापूरी नहीं हैं, यह बड़ा ही अनमोल दिन है। जो शीश कटाता है वह धन्य हो जाता है। हम भारत की मिट्टी में पैदा हुए हैं और यहीं मर जायेंगे। ये बातें रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय परिसर में आयोजित वीर बाल दिवस के अवसर पर ज्ञानी राजेंद्र सिंह ने कही। ज्ञानी राजेंद्र सिंह ने कहा कि वीर बाल दिवस सरदार फतेह सिंह व जोरावर सिंह का बलिदान आजादी के बाद ही किताबों में आ जाना चाहिए था। हिंदू धर्म को बचाने के लिए गुरु तेग बहादुर ने अपना शीश कटवाया। इसके पहले ज्ञानियों राजेंद्र सिंह, भूपाल सिंह व गुरविंदर ने गुरुवाणी सुनाई। कार्यक्रम में श्रीमान सिंह, ओम प्रकाश पांडे, गंगा सिंह, प्रवीण, अश्वनी, सरदार राजेंद्र सिंह खुराना, हरजीत सिंह छाबड़ा, अनिल, अमर किशोर कश्यप, सूर्य नारायण तिवारी, गुड्डू वर्मा, नीरज मौर्य व अर्जुन तिवारी सहित स्वयं सेवक व अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।
ज्ञानियों का सम्मान किया: वीर बाल दिवस पर संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख गंगा सिंह व समग्र ग्राम विकास विभाग के सह संयोजक ओम प्रकाश पांडे ने ज्ञानी राजेंद्र सिंह, भूपाल सिंह, गुरविंदर सिंह व हरजीत सिंह छाबड़ा सहित अन्य को अंग वस्त्र भेट कर सम्मानित किया। गंगा सिंह ने कहा कि सिख समाज में ज्ञानीगण हमारी धरोहर हैं। इनसे हमेशा हिंदू जीवन पद्धति को दिशा मिलती है। यह हमारे आदर्श है।
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