आयुक्त के आदेश बावजूद पीएफ के नहीं मिले अभिलेख
गोंडा नगर पालिका परिषद के भविष्य निधि खाते से करोड़ों रुपये के फर्जी भुगतान मामले में कई सेवानिवृत्त कर्मियों को लाभ नहीं मिल रहा है। मामले की जांच के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला। कर्मी अब कोर्ट की...
गोण्डा, संवादादाता7 नगर पालिका परिषद गोण्डा के भविष्य निधि (पीएफ) खाते से करोड़ों रुपये के फर्जी भुगतान मामले ने फिर तूल पकड़ लिया है। पालिका में करीब आधे दर्जन सेवानिवृत कर्मियों को मौजूदा समय में इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते कर्मी अब इस मामले को लेकर कोर्ट की शरण में जाने को तैयार हैं। खास है कि आयुक्त देवीपाटन मंडल की ओर से पीएफ घोटाले की शिकायतों की जांच आदेश के बावजूद बीते दो माह से अभिलेख मांगे जा रहे हैं लेकिन मिल नहीं सके। मामले की जांच मुख्य कोषाधिकारी को सौंपी गई है। इस मामले में सीटीओ श्याम लाल जायसवाल ने बताया कि बीते नौ जून को उन्होने पालिका को पत्र भेजा और अभिलेख मांगे थे, अब रिमांइडर भेज रहे हैं। डीएम कार्यालय की ओर से 29 मई को जारी पत्र में नगर पालिका परिषद गोण्डा के कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते से करोड़ों रुपये के फर्जी भुगतान के आरोपों का जिक्र है। बताया जा रहा है कि पीएफ खाते में गड़बड़ियों के आरोप में कोतवाली नगर में प्राथमिकी भी दर्ज है और इस मामले में पालिका कर्मी विपिन श्रीवास्तव व उसकी पत्नी जेल भेजा जा चुका है। सेवानिवृत कर्मियों की माने तो मौजूदा समय में पालिका में पीएफ मामले का पटल देख रहे कर्मी महीनों से नदारद चल रहे हैं। कार्यालय में उनके बाबत पूछने पर अक्सर साथी कर्मी उन्हें बीमार होने को बता दे रहे हैं। वहीं सूत्र बता रहे हैं कि कर्मी को शत्रु संपत्ति मामले में नामजद किए जाने के बाद से नहीं मिल रहे हैं। वहीं पालिका के ईओ संजय कुमार मिश्रा अवकाश पर चल रहे हैं और उनका मोबाइल बंद होने से उनके पक्ष की जानकारी नहीं मिल सकी।
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