गंगा में घटा जलस्तर, दरकने लगी मिट्टी
पिछले तीन दिनों से लगातार बढ़ रही मां गंगा का आवेग और जलस्तर शुक्रवार को थोड़ा धीमा रहा। खतरे का निशान पार करने के बाद लगातार गंगा का जलस्तर घट रहा है। गंगा अभी एकसेमी प्रति घंटा की कम हो रहीं...
पिछले तीन दिनों से लगातार बढ़ रही मां गंगा का आवेग और जलस्तर शुक्रवार को थोड़ा धीमा रहा। खतरे का निशान पार करने के बाद लगातार गंगा का जलस्तर घट रहा है। गंगा अभी एकसेमी प्रति घंटा की कम हो रहीं हैं। गंगा का रौद्र रूप देखकर तटवर्ती इलाकों में अभी तो हलचल है और उनकी रातों की नींद उड़ गई है। एक सेमी की रफ्तार से घट रहे पानी के बाद गंगा 63.040 पर आ गई। गाजीपुर में खतरे का निशान 63.10 है।
गंगा अभी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। तेज वेग और बढ़ते जलस्तर से जिले के कई इलाकों में कटान के हालात भी बनने लगे हैं। तेज रफ्तार लहरें लोगों में डर पैदा कर रहीं हैं। पिछले तीन-चार दिनों से गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही थी। तटवर्ती इलाकों में लोग लगातार खौफजदा है। अभी गंगा का जलस्तर बढने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके साथ ही गंगा से जुड़ी अन्य नदियों में भी पानी बढ़ा है। पहाड़ी इलाकों में बढ़ने के साथ और जल अमुक्त होने के साथ जलस्तर बढ़ने की आशंका अभी है। औढ़िहार क्षेत्र में पानी रेलवे लाइन के करीब पहुंच गया है। गंगा के खतरे का निशान पार करते ही जिला प्रशासन समेत सभी अलर्ट मेाड में हैं। गोला घाट पर केंद्रीय जल बोर्डके अधिकारी लगातार जलस्तर पर नजर बनाए हैं। मुहम्मदाबाद, करंडा, समेत गाजीपुर के तटवर्ती इलाकों में हालात किसी भी दिन बिगड़ सकते हैं। गंगा में बाढ़ के खतरे को देखते हुए वाराणसी की एनडीआरएफ की टीम भी जिले से लगातार अपडेट ले रही है। गंगा के तेवर में कमी आयी है लेकिन जलस्तर में वृद्धि लगातार हो रही है। गंगा, कर्मनाशा, मगही नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए जल्द परेशानी होने वाली है। प्रशासन की ओर से बाढ़ राहत चौकी और आपदा केंद्र को अलर्ट कर दिया गया है।