Hindi NewsUttar-pradesh NewsGhazipur NewsTraditional Ram Leela Celebrates Sita s Self-Wedding and Ram s Valor in Gazipur
शिव धनुष टूटते ही क्रोधित हुए भगवान परशुराम

शिव धनुष टूटते ही क्रोधित हुए भगवान परशुराम

संक्षेप: Ghazipur News - गाजीपुर में हरिशंकरी रामलीला कमेटी ने सीता स्वयंवर, धनुष यज्ञ और सीता-राम विवाह का मंचन किया। राजा जनक ने स्वयंवर में राम को शिव जी का धनुष तोड़ने के लिए प्रेरित किया। राम ने धनुष तोड़कर विवाह संपन्न...

Tue, 1 Oct 2024 07:03 PMNewswrap हिन्दुस्तान, गाजीपुर
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गाजीपुर। अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी की ओर से सोमवार की देर शाम हरिशंकरी स्थित श्री राम चबूतरा पर धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, सीताराम विवाह और लक्ष्मण परशुराम संवाद की प्रस्तुति बंदे बाणी विनायको आदर्श श्री रामलीला मंडल के कलाकारों ने दी। दर्शाया गया कि महाराज जनक ने अपनी पुत्री सीता का स्वयंवर रचाया। निमंत्रण पाकर सभी राजा स्वयंवर में पहुंचे। उधर ब्रह्मर्षि विश्वामित्र भी अपने शिष्य राम लक्ष्मण के साथ स्वयंवर में पहुंचे। राजा जनक के संदेश को सुनकर सभी राजा शिव जी के पुराने धनुष पर अपना अपना बल आजमाने लगे। मगर शिव जी के धनुष तोड़ना तो दूर उसे हिला तक न सके। दुखी होकर राजा जनक ने कहा कि तजहूंआस निज निज गृह जाहू, लिखा न विधि वैदेहि बिवाहू। राजा जनक के इस प्रकार के वचन को सुनकर लक्ष्मण क्रोधित होकर राम के बल के बारे में राजा जनक को बताया। उसके बाद ब्रह्मर्षि विश्वामित्र राजा जनक को उदास देखकर राम को आज्ञा देते हैं कि हे राम शिवजी के धनुष को तोड़कर महाराज जनक के संदेह को दूर करो। गुरु विश्वामित्र की आज्ञा पाकर राम ने शिव के धनुष को उठाकर प्रत्यंचा चढ़ाया। देखते-ही-देखते धनुष टूट गया। शिव‌ धनुष टूटने की आवाज परशुरामा कुंड में तपस्या में लीन परशुरामजी के कान में सुनाई दी तो वे क्रोधित होकर स्वयंवर में आते हैं और सभी उपस्थित राजाओं से पूछते हैं कि हमारे आराध्य देव शिव के धनुष को तोड़ने की साहस किसने किया। इतने में लक्ष्मण जी भी क्रोधित जाते हैं। दोनों में काफी देर तक परशुराम लक्ष्मण संवाद हुआ। अंत में परशुराम जी अपने क्रोध को शांत किये और तप के बल पर श्री राम का विराट रूप में नारायण का दर्शन करके श्रीराम को धनुष बाण देकर के परशुराम जी स्वयंवर से अपने धाम के लिए चले जाते हैं। इसके बाद महाराज दशरथ महाराज जनक का निमंत्रण पाकर अयोध्या से बारात सजाकर जनकपुर के लिए प्रस्थान करते हैं। जनकपुर में राजा जनक ने बारातियों का स्वागत किया और धूमधाम के साथ सीता और राम का विवाह संपन्न हुआ। जनकपुर वासियो द्वारा सीताराम विवाह से संबंधित मांगलिक गीत प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष विनय कुमार सिंह, मंत्री ओमप्रकाश तिवारी, उप मंत्री लव कुमार त्रिवेदी, मेला प्रबंधक मनोज कुमार तिवारी, उपमेला प्रबंधक मयंक तिवारी, कोषाध्यक्ष रोहित कुमार अग्रवाल, कुश कुमार त्रिवेदी, राजकुमार शर्मा, राम सिंह यादव, पं. कृष्ण बिहारी त्रिवेदी उपस्थित रहे।

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