क्रय केंद्रों पर नहीं बढ़ रही धान खरीद की रफ्तार
गाजीपुर। किसान सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान बेचने को लेकर परेशान है। धान खरीदारी की रफ्तार बढ़ नहीं रहें...

गाजीपुर। किसान सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान बेचने को लेकर परेशान है। धान खरीदारी की रफ्तार बढ़ नहीं रहें है। धान में नमी के कारण क्रय केंद्रों पर धान नहीं लिए जा रहें है। वहीं कई क्रय केंद्रों पर किसानो की शिकायत है कि नमी के नाम प्रति कुतंल के हिसाब से चार से पांच किलों धान अधिक लिए जा रहें है। धान बेचने के लिए पंजीकरण कराने सहित सत्यापन कराने में जुटे हुए है। केंद्रों पर अब खुले में धान पड़ा है। वहीं मौसम में हो रहें बदलाव के कारण क्रय केंद्रों से धान की उठान भी करायी जा रहीं है। जिला विपणन अधिकारी रतन शुक्ला ने बताया कि पूर्व के अपेक्षा धान की रफ्तार बढ़ी है। क्रय केंद्रों से धान का उठान भी कराए जा रहें है। मौसम में हो रहें बदलाव के कारण क्रय केंद्र से धान की उठान जारी है। स्थानीय मंडी समिति परिसर में स्थापित धान क्रय केंद्र किसानों की धान खरीद की रफ्तार बढ़ रहीं है। क्रय केंद्र पर बिचौलियां हावी दिन प्रतिदिन हो रहें है। किसान धान बेचने में हो रहीं परेशानी को देखते हुए बिचौलिया के हाथों हीं धान बेचने में राहत महसूस कर रहें है। केंद्र पर खुले आसमान के नीचे के धान को गोदामों में सुरक्षित किया जा रहा है। क्रय केंद्र पर किसानों का टोकन जारी कर नम्बर के हिसाब से तौल किया जा रहा है। इस पर विपडन विभाग के एरिया प्रभारी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि धान की खरीद हुई और भुगतान किसानों के खाता मे किया जा रहा है। खरीदारी की गई धान को वाहन द्वारा सीधे मीलों पर भेजा जा रहा है। साधन सहकारी समिति पर रविवार को धान की खरीद बंद रहा, किसान केंद्रों पहुंचे। लेकिन विभागीय कर्मचारी नहीं होने के कारण मायूस होकर लौटना पड़ा। क्रय केंद्र पर खुले आसमान में धान पड़ा है। हल्की बारिश होते हीं धान खराब हो सकता है। लेकिन इसे लेकर क्रय केंद्र प्रभारी को फिक्र नहीं है। क्रय केंद्र पर धान की खरीद की रफ्तार बढ़ रहीं है। किसान धान बेचने व पंजीकरण सहित सत्यापन कराने में जुटे है। वहीं कई किसान क्रय केंद्र धान लेकर पहुंच रहें है, लेकिन धान में नमी होने के कारण बेच नहीं पा रहें है। जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
