डीएम दफ्तर से सोलर लैंप की बैटरी चोरी, होमगार्ड और चौकीदार समेत 12 पर केस
गाजीपुर में ताबड़तोड़ चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले बेखौफ अपराधियों ने कलेक्ट्रेट को निशाना बनाया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के ठीक सामने...
गाजीपुर । वरिष्ठ संवाददाता
गाजीपुर में ताबड़तोड़ चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले बेखौफ अपराधियों ने कलेक्ट्रेट को निशाना बनाया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के ठीक सामने जिलाधिकारी कार्यालय से सोलर पैनल की चार बैटरियों को चोरी कर चोर मौके से फरार हो गए। सीसीटीवी कैमरे की वायरिंग क्षतिग्रस्त कर बैटरी लेकर फरार हुए चोरों को पुलिस अब तक ढूढ़ नहीं सकी। डीएम के नाजिर ने नौ होमगार्ड, एक चौकीदार और दो अज्ञात चोरों पर शहर कोतवाली में केस दर्ज कराया है। एसपी आफिस के सामने कलेक्ट्रेट पर चोरी वारदात ने गाजीपुर की पुलिसिंग और गश्त की पोल खोल दी है। डीएम ने पुलिस को मामले में खुलासे और चोरों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है।
कलेक्ट्रेट के बाहर रोशनी के लिए सोलर पैनल और एलईडी लाइटें लगाई गई थी। रविवार रात कलेक्ट्रेट गेट पर दो चोर पहुंचे और परिसर के अंदर जाकर सीसीटीवी कैमरों की वायरिंग काट दी। कैमरों को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश भी की। इसके बाद गेट पर लगे सोलर पैनल के पोल से चार बैटरी चोरी कर भाग निकले। डयूटी पर तैनात होमगार्ड और चौराहे पर तैनात किए गए पुलिसकर्मी घटना के समय नदारत थे और चोर वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार हो गए। सुबह जब चोरी की वारदात सामने आई तो हडकंप मच गया, पुलिस ने मामले को छिपाने का प्रयास किया लेकिन चर्चाआम हो गई। मामला डीएम एमपी सिंह के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने नाजिर से तत्काल केस दर्ज कराने का निर्देश दिया। नाजिर पी. सिन्हा की तहरीर पुलिस ने होमगार्डों और एक चौकीदार और दो अज्ञात चोरों पर अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया है। इसमें तीन शाम के चार से 12 और छह होमगार्ड रात नौ से सुबह पांच तक तैनात थे। दोनों चोर मास्क लगाए थे इसलिए चेहरे पहचान में नहीं आ रहे।
नाजिर परमानंद सिन्हा ने शहर कोतवाली और गोरा बाजार चौकी पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए गश्त करने वालों की भी जांच की। उन्होंने बताया कि बैटरी चोरी होने से बड़ा मामला कलेक्ट्रेट में वारदात का है, कल कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी चोरी हो सकता है। इसमें होमगार्ड, कोतवाली पुलिस, गश्त टीम और चौकी इंचार्ज पर भी कार्रवाइ होनी चाहिए। बताते चलें कि गाजीपुर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला न्यायालय और जिलापंचायत के कार्यालय हैं। शहर के सबसे महत्वपूर्ण इलाके में चोरी के बाद गाजीपुर के लोग असुरक्षित महसूस कर रह हैं। उनका मानना है कि जब डीएम कार्यालय के गेट पर चोरी की वारदात हो सकती है तो आम नागरिकों के घर सुरक्षित नहीं है। वारदात के बाद गाजीपुर पुलिस की गश्त और सतर्कता की पोल खुल गई और वारदात के घंटो बाद भी पुलिस बेखबर रहीं।