अपने साहित्य में प्रेमचंद ने स्त्री स्वतंत्रता पर दिया जोर
गाजीपुर, संवाददाता। शहर के रायगंज स्थित प्रधानाध्यापिका राधिका यादव के आवास पर...
गाजीपुर, संवाददाता।
शहर के रायगंज स्थित प्रधानाध्यापिका राधिका यादव के आवास पर प्रगतिशील रचनाकार मंच की ओर से मुंशी प्रेमचन्द के जयंती के अवसर पर हिंदी साहित्य में मुंशी प्रेमचन्द का महत्त्वपूर्ण और योगदान विषयक गोष्ठी आयोजित की गई।
प्रमुख वक्ता प्रगतिशील रचनाकार मंच के अध्यक्ष कवि विजय कुमार मधुरेश ने कहा कि प्रेमचंद ने तीन सौ कहानियां और दो दर्जन से अधिक उपन्यासों की रचना करके हिंदी साहित्य को समृद्ध बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। अपने साहित्य में प्रेमचंद ने स्त्री स्वतंत्रता पर विशेष जोर दिया है। प्रेमचंद के समस्त पात्र मिट्टी के घरौदो एवं झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले है। मधुरेश ने कहा की प्रेमचंद प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम अध्यक्ष बने थे। मौके पर बसंत सिंह यादव, भूपेंद्र सिंह यादव, दिनेश चंद्र शर्मा,राधिका यादव, शालवी, उत्कर्ष आदि रहे। अध्यक्षता पेंशनर्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष अंबिका प्रसाद दुबे व संचालन मंच के महासचिव दिनेश चंद्र शर्मा ने किया।
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