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भारतीयता के प्रतीक थे लालबहादुर शास्त्री

देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री को पुण्यतिथि पर गुरुवार को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में शास्त्रीनगर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण...

भारतीयता के प्रतीक थे लालबहादुर शास्त्री
गाजीपुर। निज संवाददाताThu, 11 Jan 2018 07:24 PM
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देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न लालबहादुर शास्त्री को पुण्यतिथि पर गुरुवार को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में शास्त्रीनगर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के पूर्व कायस्थ महासभा के सभी कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि करते हुए सार्वजनिक जीवन में नैतिकता और ईमानदारी का पालन करने का संकल्प लिया। 

चित्रगुप्त युवा कायस्थ सभा के संरक्षक डा. एसपी लाल ने शास्त्री के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें भारतीयता का प्रतीक बताया। कहा कि शास्त्रीजी एक जनप्रिय नेता थे। देश के सर्वोच्च शिखर पर रहकर भी वह विनम्र रहे। वह सरलता और सादगी के प्रतीक थे। उनके अंदर कभी घमंड नहीं आया, वह हमेशा दिखावे से परहेज करते रहे। नैतिकता उनमें कूट-कूट कर भरी थी। आज के राजनीतिज्ञों को उनसे सबक लेना चाहिए। जिलाध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि उनका 18 महीने का प्रधानमंत्रित्व काल गीता के 18 अध्यायों की तरह साफ व पवित्र था। उन्हें उनकी सादगी, देश भक्ति एवं ईमानदारी के लिए उन्हें भारतरत्न से सम्मानित किया गया। उन्होंने जय जवान, जय किसान का नारा दिया। जिसकी वजह से भारत की जनता का मनोबल बढ़ा। कार्यक्रम में विशेश्वर सिन्हा, परमानंद, शैल श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश, अमरनाथ, आशुतोष, चंद्रप्रकाश, अजय श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

वहीं कायस्थ चित्रगुप्त महासभा के तत्वाधान में सिटी रेलवे स्टेशन स्थित शिवमंदिर पर जिलाध्यक्ष संदीप कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक गोष्ठी आयोजित की गयी। इससे पूर्व सभी कार्यकर्ताओं ने लालबहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। जिलाध्यक्ष संदीप श्रीवास्तव ने लाल बहादुर शास्त्री के संघर्ष, देश सेवा और उनके जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनका जीवन संघर्ष और उपलब्धियों से भरा रहा। देश सेवा का व्रत लेते हुए उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। इस मौके पर अशोक कुमार श्रीवास्तव, परशुरामलाल, राजेंद्र अस्थाना, केशव लाल, प्रकाश लाल, सुशीलचंद्र श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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