खतरा बिंदु की ओर बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
गाजीपुर, वरिष्ठ संवाददाता। गाजीपुर में पिछले दो दिन तक गंगा का जलस्तर कम होने...

गाजीपुर, वरिष्ठ संवाददाता। गाजीपुर में पिछले दो दिन तक गंगा का जलस्तर कम होने से तटवर्ती इलाकों में राहत रही। बुधवार को एक बार फिर पानी बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई। गंगा चेतावनी बिंदु पारकर खतरे का निशान पार करने को आतुर हैं। एक सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से पानी चढ़ रहा है। जलस्तर गेज के ऊपर चढ़ता जा रहा है। पानी घाटों को छोड़कर रिहायशी इलाकों और खेतों की तरफ बढ़ रहा है। घाट की सीमाएं लांघकर कई सड़कों पर गंगा के पानी ने दस्तक भी दे दी है। सड़कें जलमग्न होकर आवागमन के लिए खतरनाक हो गई हैं। वहीं सैकड़ों बीघा खेतों में पानी भरने से खेत और फसलें भी उसकी आगोश में आ गए हैं। हालात केवल शहरी इलाकें में नहीं बल्कि ग्रामीणों इलाकों में ज्यादा परेशानी भरे होने वाले हैं, इससे तटवर्ती गांवों में दहशत का आलम भी है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से बांधों के जलाशयों के पूरा भरने के बाद पानी का डिस्चार्ज अब गाजीपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा रहा है। यमुना में बढ़ते पानी से गंगा का जलस्तर बुधवार को तेजी से बढ़ा। घाट पर चढ़ने के साथ पानी एक से दो सेमी प्रतिघंटे बढ़ा लेकिन चेतावनी बिंदु पारकर हर घंटे खतरे के निशान तक दस्तक दे रहा है। एक सप्ताह के घटाव के बाद गंगा के जलस्तर तेजी से बढ़ाव शुरू हो गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर ने एक बार फिर तटवासियों और ढाब क्षेत्र के लोगों की धड़कनें तेज कर दी हैं। गाजीपुर के प्रमुख घाटों का आपसी संपर्क खत्म हो गया है। घाट के आसपास लगी दुकानों को हटाना पड़ा। केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी बाढ़ बुलेटिन के अनुसार बुधवार शाम आठ बजे गंगा का जलस्तर 62.320 मीटर पहुंच गया, जो खतरे के निशान 63.105 मीटर से कुछ दूरी पर रह गया है।
