बुजुर्गों को गिरफ्त में ले रही बच्चों वाली बीमारियां
गाजीपुर में मौसम में बदलाव के कारण बुजुर्गों में निमोनिया का खतरा बढ़ गया है। पहले बच्चे इस बीमारी का शिकार होते थे, लेकिन अब बुजुर्ग भी तेजी से प्रभावित हो रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़...
गाजीपुर, संवाददाता। मौसम में बदलाव होते ही बच्चों में होने वाली बीमारियां बुर्जुगों को गिरफ्त में ले रही है। सर्दी के मौसम की आहट मिलते ही संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। पहले बच्चे ही निमोनियां की चपेट में तेजी से आते थे लेकिन अब बुजुर्गों के लिए निमोनिया सबसे अधिक खतरनाक साबित हो रहा है। ठंड के मौसम में इस बीमारी की चपेट में तेजी से बच्चे के साथ बुर्जुग भी आ रहे है। चिकित्सकों के अनुसार निमोनिया की चपेट में अब बच्चों के सापेक्ष बुर्जुग निमोनियां की चपेट में तेजी से आ रहे है। जिला अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन आठ से दस मरीज निमोनियां की चपेट में आ रहे हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों में तो यह संख्या दोगुनी हो गई है। जबकि खांसी, जुकाम, बुखार और गले में खरास के तो हर घर में मरीज मिले रहे हैं। ऐसे में चिकित्सक मरीजों को दवा के साथ ही सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं ताकि वे बीमारियों से बच सकें। अस्पताल की बाल रोग विशेषज्ञ ओपीडी में इन दिनों निमोनिया के रोजाना तीन से चार नए मरीज आ रहे हैं, जिसमें खांसी, जुकाम और बुखार की दिक्कत है। इसके अलावा 100 से अधिक रोजाना ऐसे मरीज ओपीडी में आ रहे हैं, जिन्हें तेज बुखार, खांसी, जुकाम की दिक्कत है। इसके अलावा फिजिशियन की ओपीडी में भी छह से सात निमोनिया के मरीज पहुंच रहे हैं, जिसमें से अधिकतर बुजुर्ग है। ऐसे में परिजनों को भी बच्चों व बुजुर्गों के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है। वहीं, विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में बदलाव होने कारण सावधानी बरतने की जरूरत होती है। घर के अंदर या आसपास के प्रदूषण को कम करके और साफ-सफाई का पूरा खयाल रखें।
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