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शिवालयों में रुद्राभिषेक को पहुंचे भक्त

शिवालयों में रुद्राभिषेक को पहुंचे भक्त

शिवालयों में रुद्राभिषेक को पहुंचे भक्त
1/ 2शिवालयों में रुद्राभिषेक को पहुंचे भक्त
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हिन्दुस्तान टीम,गाजीपुरMon, 06 Jul 2020 10:51 PM
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शिव की आराधना के प्रमुख माह सावन का सोमवार के साथ आगाज हुआ। महापर्व मास के पहले सोमवार होने से माहौल सुबह से ही भक्तिमय रहा। शहर से लेकर देहात तक शिवालयों में कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम दिखे। महाहर धाम, महादेवा मंदिर समेत तमाम मंदिरों में सीमित संख्या में भकतों की मौजूदगी रही। सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही खत्म होने वाले इस सावन में कई अद्भुत संयोग के चलते भक्तों में उत्साह भी अधिक दिखा। महाहार धाम में इस बार कांवड़ लेकर भक्त नहीं पहुंचे लेकिन एक बार हाजिरी लगाने के लिए बेताब दिखे। कोरोना के संक्रमण के चलते पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए निर्धारित लोगों को दर्शन की अनुमति दी।

सोमवार को सुबह से मंदिरों में महिलाएं पूजा अर्चना के लिए पहुंची। सावन महीने का आगाज होने पर बेलपत्र, धूप दीपक आदि समर्पित कर दुग्धाभिषेक किया। बाबा के मंदिर से परिवार को वर्चुअल दर्शन कराए। इस अवसर पर पहले दिन जलाभिषेक और दर्शन-पूजन के लिए कम संख्या में श्रद्धालु और भक्त जलाभिषेक के लिए शिवमंदिरों पर जुटे। मंदिर में श्रद्धालु बाबा का आर्शिवाद प्राप्त कर संकट और कलह-क्लेश काटने की प्रार्थना की। गाजीपुर में प्रशासन का अनुमान था कि कोरोना महामारी के कारण लोग मंदिरों में कम ही जाएंगे, फिर भी श्रद्धालु अच्छी खासी संख्या में मंदिरों में पहुंची।शहर से लेकर देहात तक मंदिरों में भक्तों ने शिव को भोग लगाया और आराधाना की।

भक्तों द्वारा 'सावन' सोमवार को शिव मंदिर में पूजा-अर्चना में शारीरिक दूरी का ध्यान रखा गया। पुरोहितों के अनुसार एक माह में पांच सोमवार दो शनि प्रदोष और हरियाली सोमवती अमावस्या का आना अपने आप में अद्वितीय है।सोमवार के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में शुरू हो रहे श्रावण का समापन तीन अगस्त को रक्षाबंधन पर सोमवार के दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र की साक्षी में ही होगा। एक माह में पांच सोमवार, दो शनि प्रदोष और हरियाली सोमवती अमावस्या का आना अपने आप में अद्वितीय है। ज्योतिषियों के अनुसार श्रावण मास में ग्रह, नक्षत्र व तिथियों का ऐसा विशिष्ट संयोग बीते तीन सदी में नहीं बना है।

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