पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के भटनी-औड़िहार वाया मऊ रेल खण्ड के विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण होने के बाद सोमवार को इस रेल खण्ड का संरक्षा परीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिक्षेत्र (सीआरएस) मोहम्मद लतीफ खान ने निरीक्षण किया। सीआरएस ने जगह-जगह रुककर संरक्षा मानकों को परखने के साथ ही कमियों को जल्द से जल्द दूर करने का निर्देश दिया। रेल संरक्षा आयुक्त मो. लतीफ खान ने गोरखपुर-वाराणसी रेल खण्ड पर भटनी-औड़िहार सेक्शन का निरीक्षण किया। इसमें पड़ने वाले स्टेशनों के मध्य विद्युतीकरण कार्य के पूर्ण होने पर संरक्षा मानकों की पड़ताल की। ट्रैक को परखने के लिए स्पेशल निरीक्षण ट्रेन से प्रातः 8:45 बजे भटनी से रवाना होकर सलेमपुर में फुट ओवर ब्रिज, रेलवे ओवर ब्रिज, इंजीनियरिंग गैंग सं-10 किमी सं-55/4-5 पर ओवरहेड इलेक्ट्रिक क्रासिंग (हाई टेंशन केबल) का निरीक्षण करते हुए इन्दारा पहुंचे। यहां उन्होंने स्टेशन पैनल, न्यूट्रल सेक्शन, समपार फटक संख्या-04सी, किमी सं-61 के कर्वेचर, इन्दारा-मऊ के मध्य ब्रिज सं-72 का निरीक्षण करते हुए मऊ पहुंचकर पावर सब स्टेशन, ओवरहेड लाइन क्लियरेंस, प्लेटफार्मों से ट्रैक्शन टावरों की मानक दूरी, ओवरहेड लाइन की बर्थिंग ट्रैक से स्टैण्डर्ड दुरी एवं स्टेशन वर्किंग रुल में विद्युतिकृत मानकों के अनुसार परिवर्तनों का गहन निरीक्षण किया। इसके बाद दुल्लहपुर पहुंचे, जहां उन्होंने पावर सब स्टेशन, स्टेशन पैनल, ओवरहेड लाइन आपात कंट्रोल सिस्टम का अवलोकन किया। सीआरएस ने जखनियां-सादत के बीच उदंती नदी पर बने पुल संख्या 116 का व्यापक निरीक्षण किया। यहां एक-एक प्वांइट का गहनता से निरीक्षण करते हुए कमियों को दूर करने संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश दिया। ट्रैक रेल और अर्थ रेल में आइसोलेशन सुनिश्चित किया तदुपरांत वे इस खण्ड में पड़ने वाले समपार फाटकों का निरीक्षण करते हुए वह स्पेशल ट्रेन से औड़िहार पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों के साथ कार्याें की प्रगति, ट्रेन संचालन और बेहतर कार्याें को लेकर मंथन भी किया। उधर, सुबह जहां औड़िहार से भटनी के बीच टावर बैगन चलाया गया वहीं देरशाम रेल संरक्षा आयुक्त का प्रेक्षण यान विद्युत इंजन के साथ अधिकतम रफ्तार से स्पीड ट्रायल के लिए चलाया गया। सीआरएस मो. लतीफ खान के साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण रामकरण यादव, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्रीकान्त सिंह, मुख्य संरक्षा अधिकारी एसएन साहू, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एके गुप्ता, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण संतोष एन देरवा, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) प्रवीण कुमार, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक रोहित गुप्ता, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर /कर्षण पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर तृतीय अतुल त्रिपाठी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर/सामान्य सत्येन्द्र यादव, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर आशुतोष पाण्डेय एवं निर्माण संगठन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।सीआरएस ने परखी स्टेशन और ट्रैक की बारीकियां गाजीपुर। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा औड़िहार-भटनी रेल खण्ड में पड़ने वाले सभी स्टेशनों के रिले रूम, क्रेक हैंडल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, ओएचई की बॉक्स, फायर सेफ्टी यंत्र, संट्रन सिस्टम यंत्र आदि का गहन निरीक्षण किया साथ ही रिले कक्ष, आईपीएस कक्ष, उपकरण एव अनुरक्षक कक्ष का भी निरीक्षण कर स्टेशन अधीक्षक और उपस्थित अधिकारियों को कई निदेश दिया। उन्होंने रेल खण्ड के विद्युतीकृत रेल खण्ड, ओवरहेड लाइनों के मध्य मानक दूरी, विद्युतिकृत खण्ड पर संस्थापित नये सिगनलो और साईंटिंग बोर्ड की मानक स्थिति, कर्वेचर पर पर्याप्त क्लियरेंस, पुल एवं पुलिया के एक्सटेंशन, पॉइंट्स एंड क्रासिंग, ओवर हेड लाइन, विद्युत पोल, पावर सब स्टेशन, ओवरहेड लाइन फिटिंग्स, विद्युतिकृत कलर लाइट सिगनल, RE एरिया साईटिंग बोर्ड, हाई वोल्टेज चेतावनी बोर्ड, सड़क अंडरपास, इंटरलॉकिंग गेयर, रिले रूम, कंट्रोल पैनल, मानिटरिंग पैनल एवं समपारों आदि का गहनता से निरीक्षण किया।
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