UP Board Exam 2025 Concerns Over Science Lab Conditions in Amethi Schools अमेठी--प्रयोगशालाओं में नहीं हैं संसाधन, कैसे होगी प्रायोगिक परीक्षा, Gauriganj Hindi News - Hindustan
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अमेठी--प्रयोगशालाओं में नहीं हैं संसाधन, कैसे होगी प्रायोगिक परीक्षा

Gauriganj News - अमेठी में यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए केन्द्रों की सूची जारी की गई है। 24 फरवरी से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की लिखित परीक्षाएं शुरू होंगी। लेकिन कई विद्यालयों में विज्ञान प्रयोगशालाओं की स्थिति ठीक...

Newswrap हिन्दुस्तान, गौरीगंजTue, 3 Dec 2024 06:28 PM
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अमेठी--प्रयोगशालाओं में नहीं हैं संसाधन, कैसे होगी प्रायोगिक परीक्षा

अमेठी। यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए केन्द्रों की सूची जारी कर परीक्षा तिथि घोषित कर दी गई है। आगामी 24 फरवरी से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की लिखित परीक्षाएं शुरू हो जायेंगी। इसके पूर्व हाईस्कूल व इंटर की प्रायोगिक परीक्षायें सम्पन्न कराई जानी हैं। लेकिन जिले के राजकीय व एडेड विद्यालयों की विज्ञान प्रयोगशालाओं की हालत ठीक नहीं है। कुछ विद्यालयों की प्रयोगशालाओं में प्रयोग के लिए संसाधन नहीं है तो कहीं प्रयोग कराने वाले शिक्षकों का ही अभाव है। ऐसे में कैसे प्रयोगिक परीक्षाएं सम्पन्न कराई जायेंगी। हिन्दुस्तान टीम द्वारा लगभग एक दर्जन राजकीय व एडेड विद्यालयों की पड़ताल की गई। प्रस्तुत है एक रिपोर्ट- जिले में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के 37 राजकीय तथा 25 एडेड विद्यालय संचालित हैं। वित्तविहीन विद्यालयों को छोड़ दिया जाय तो कई ऐसे राजकीय व एडेड विद्यालय हैं जहां जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन व वनस्पति विज्ञान की प्रयोगशालायें संसाधनों के अभाव में धूल फांक रही हैं। प्रयोगशालाओं में छात्र छात्राओं को प्रयोग करने की सुविधा नहीं मिल पाती है। कुछ विद्यालयों में तो प्रयोगशाला ही नहीं है। गौरीगंज स्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज संचालित हुए दशकों बीत चुके हैं। लेकिन छात्राओं को विज्ञान के नियम सिखाने के लिए प्रयोगशाला नहीं है। प्रयोगशाला तो दूर शिक्षक ही नहीं थे। जिसके चलते इण्टरमीडिएट में विज्ञान विषय में प्रवेश ही बंद कर दिया गया था। बीते दो सालों से दोबारा से कक्षाएं शुरू की गई हैं। लेकिन प्रयोगशाला नहीं है। छात्राओं को सिर्फ किताबी ज्ञान दिया जा रहा है।

जीजीआईसी अमेठी में तो शिक्षकों के अभाव में इण्टरमीडिएट के विज्ञान वर्ग की कक्षाएं ही नहीं संचालित होती हैं तो विज्ञान प्रयोगशाला होने का सवाल ही नहीं उठता। हाल ये है कि हाईस्कूल में अनिवार्य रूप से विज्ञान विषय का शिक्षण होता है। प्रयोगशाला के नाम पर केवल एक कक्ष है। वह भी प्रयोगशाला के रूप में नहीं है। कुछ संसाधन जरूर हैं लेकिन उसका लाभ छात्राओं को नहीं मिल पा रहा है।

अधिकांश विद्यालयों में नहीं है प्रयोगशाला

संग्रामपुर क्षेत्र के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कालिकन, ठेंगहा मिश्रौली सहित अधिकांश विद्यालयों में विज्ञान प्रयोगशाला नहीं है। ठेंगहा इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य जयप्रकाश दूबे ने बताया विद्यालय में विज्ञान प्रयोगशाला नहीं है। इसी तरह राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अमेठी भी प्रयोगशाला नहीं है।

कोट-

प्रोजेक्ट अलंकार के तहत जिले के सात राजकीय विद्यालयों में प्रयोगशाला भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। प्रयोग सम्बन्धी संसाधनों के लिए कुछ विद्यालयों से मांगपत्र प्राप्त हुआ है। सभी विद्यालयों से सूची मिलने पर संसाधन उपलब्ध करा दिया जायेगा। एडेड विद्यालयों की प्रयोगशालाओं को व्यवस्थित रखने के लिए समय-समय पर निर्देश दिये जाते हैं। जहां कहीं कमियां मिलेंगी उन विद्यालयों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।

डा. राजेश द्विवेदी

डीआईओएस अमेठी

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