आधी रात से सुबह तक हुई झमाझम बारिश
Gauriganj News - अमेठी में रविवार की आधी रात से तेज बारिश हुई, जिससे कई जगह जलभराव हो गया। किशोरी की कच्ची दीवार गिरने से मौत हो गई। किसानों के लिए धान की फसल के लिए बारिश फायदेमंद है, लेकिन सब्ज़ियों के लिए हानिकारक...

अमेठी। संवाददाता रविवार की आधी रात से जिले के अधिकांश हिस्सों में तेज गरज और चमक के साथ मूसलधार बारिश हुई। आधी रात को शुरू हुआ यह सिलसिला सुबह तक जारी रहा। बारिश से हर गली, सड़क और कई दफ्तर जलमग्न हो गए। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं बारिश से कच्ची दीवाल गिरने से दबकर किशोरी की मौत हो गई। लगातार हो रही बिजली की गर्जना और चमक से लोग घरों में डरे-सहमे रहे। सुबह बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन शहर और कस्बों में जगह-जगह पानी भरने से आवाजाही में दिक्कतें बनी हुई हैं।
किसान जहां इस बारिश को धान की फसल के लिए वरदान मान रहे हैं, वहीं सब्ज़ी की फसलों के लिए यह बारिश नुकसानदेह बताई जा रही है। लगातार तेज पानी गिरने से खेतों में जलभराव की स्थिति बन गई है। जिससे सब्जी की फसलों के गलने का खतरा बढ़ गया है। इसी बीच कुछ क्षेत्रों से अप्रिय घटनाओं की भी खबरें सामने आईं। जिनमें दीवाल गिरने से किशोरी की मौत हो गई। पेड़ गिरने और छोटे हादसों की सूचना भी मिली है। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में सतर्कता बरतने और आवश्यक सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं जामों थाना क्षेत्र की कटारी ग्रामसभा के उपाध्याय का पुरवा गांव में बीती रात आकाशीय बिजली गिरने से अफरा-तफरी मच गई। बिजली की चपेट में आकर गांव के दो बड़े पेड़ और खेत में बना एक छप्पर जलकर राख हो गया। धमाके के साथ उठी आग की लपटों ने ग्रामीणों को डरा दिया। हालांकि राहत की बात यह रही कि हादसे में किसी की जानमाल की हानि नहीं हुई। उसरापुर में किशोरी की मौत शाहगढ़ ब्लाक के उसरापुर निवासी मनोज कुमार की 13 वर्षीय पुत्री दीपिका घर में सो रही थी। बारिश के चलते रविवार की भोर कच्ची दीवाल भरभराकर ढह गई। जिसके नीचे दबकर दीपिका गंभीर रूप से घायल हो गई। परिजन उसे लेकर सीएचसी शाहगढ़ गए। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वैकल्पिक मार्ग बहने से आवागमन बाधित भेटुआ संवाद के अनुसार भीमी-भेटुआ मार्ग स्थित कनकापुर के पास निर्माणाधीन पुल के बगल से बना वैकल्पिक मार्ग बरसात से बह गया। जिससे करीब 30 गांवों के लगभग 30 हजार लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया है। दो महीने से न तो स्थायी पुल का निर्माण पूरा हुआ और न ही नया वैकल्पिक मार्ग बनाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि जिला मुख्यालय जाने के लिए अब 15 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। भीमी, कल्याणपुर, सरवांवा, तिवारीपुर, शुकुल का पुरवा और मोहनपुर के लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं। अवर अभियंता पीडब्लूडी पतिराम यादव ने बताया कि बारिश के कारण अस्थायी मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है। जल्द ही वैकल्पिक मार्ग बनाया जाएगा।
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