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अमेठी-चारागाह व बंजर भूमि पर बेसहारा पशुओं के लिए तैयार होगा हरा चारा

अमेठी। जिले के गोवंश आश्रय स्थलों में रखे गए बेसहारा पशुओं के खाने के लिए

अमेठी-चारागाह व बंजर भूमि पर बेसहारा पशुओं के लिए तैयार होगा हरा चारा
हिन्दुस्तान टीम,गौरीगंजWed, 26 May 2021 06:30 PM
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अमेठी।

जिले के गोवंश आश्रय स्थलों में रखे गए बेसहारा पशुओं के खाने के लिए हरे चारे की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए आश्रय स्थलों के आसपास के गांवों में खाली पड़ी चारागाह व बंजर भूमि पर हरे चारे का उत्पादन किया जाएगा। सीडीओ ने सभी एसडीएम व बीडीओ को पत्र भेजकर भूमि का चिन्हांकन करते हुए हरे चारे की खेती कराने का निर्देश दिया है।

गांवों में छुट्टा घूम रहे बेसहारा पशुओं की देखभाल और उनसे किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने गोवंश आश्रय स्थलों का निर्माण कराया है। जिले में सरैया दुबान और नेवादा में दो वृहद गोवंश आश्रय स्थल बनाए गए हैं। इसके साथ ही छोटे गोवंश आश्रय स्थलों व कांजी हाउसों को मिलाकर कुल 54 आश्रय स्थलों में बेसहारा पशुओं को रखा गया है। सीवीओ डा. जेपी सिंह की मानें तो वर्तमान में सभी गोवंश आश्रय स्थलों में कुल 3800 बेसहारा पशुओं का भरण पोषण किया जा रहा है। लेकिन इन पशुओं के खाने के लिए सूखा चारा ही उपलब्ध हो पा रहा है।

प्रशासन कराएगा हरे चारे की व्यवस्था

बेसहारा पशुओं के लिए प्रशासन ने हरा चारा उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। इसके लिए सीडीओ डा. अंकुर लाठर ने सभी एसडीएम व बीडीओ को पत्र भेजकर कहा है कि जहां पर गोवंश आश्रय स्थल संचालित हो रहा है, उस ग्राम सभा और उसके आसपास की ग्राम सभा में उपलब्ध चारागाह व बंजर भूमि का चिन्हांकन संबंधित लेखपाल व ग्राम विकास अधिकारी से कराया जाय। साथ ही उस भूमि पर हरे चारे की बुआई कराई जाय। वर्तमान समय में सभी गो आश्रय स्थलों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध गोबर की खाद का प्रयोग कर हरे चारे का उत्पादन किया जाय।

कोट

सभी उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों व पशु चिकित्साधिकारी को हरे चारे की बुआई व चारे की उपलब्धता की साप्ताहिक प्रगति मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही भूमि संरक्षण अधिकारी को भूमि का मृदा परीक्षण कराकर हरा चारा उत्पादन हेतु उपजाऊ बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। गोवंश आश्रय स्थलों में रखे पशुओं को हरे चारे की व्यवस्था सुनश्चिति कराई जाएगी।

डा. अंकुर लाठर

सीडीओ अमेठी

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