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दंपती का शव दरवाजे पर रखकर हंगामा, दाह संस्कार से इनकार

आर्थिक सहायता की मांग को लेकर मृत दंपती के परिजनों संग ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया। दंपती का शव घर के बाहर रखकर अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए। एसपी...

दंपती का शव दरवाजे पर रखकर हंगामा, दाह संस्कार से इनकार
हिन्दुस्तान टीम,गंगापारFri, 30 Jul 2021 04:00 AM
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सोरांव हिन्दुस्तान संवाद

आर्थिक सहायता की मांग को लेकर मृत दंपती के परिजनों संग ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया। दंपती का शव घर के बाहर रखकर अंतिम संस्कार न करने पर अड़ गए। इसकी जानकारी होने पर प्रशासनिक अफसरों के हाथ पांव फूल गए। मौके पर एसपी गंगापार, एडीएम, सीओ व एसडीएम परिजनों को मनाने पहुंचे। घंटों मान मनौव्वल के बाद परिजन दंपती के शव का दाह संस्कार करने के लिए तैयार हुए।

सोरांव थाना क्षेत्र के चांदपुर सराय भारत मनीकापूरा गांव निवासी देवनारायण व पत्नी रंजना की बदमाशों ने मंगलवार देर रात धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। बुधवार को सोरांव पुलिस समेत आला अफसर मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया था। गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम होने के बाद भाई हरिगोविंद समेत परिजन शव लेकर गांव मनीकापूरा पहुंच गए। सरकारी सहायता न मिलने का आरोप लगाते हुए शव घर के सामने रख कर दाह संस्कार करने से इनकार कर दिया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि दो लोगों की जान चली गई लेकिन सरकारी सहायता अभी तक नहीं मिली। सोरांव विधायक डॉ. जमुना प्रसाद सरोज व विश्वनाथगंज के विधायक डॉ. आरके वर्मा समेत कई अन्य नेता मौके पर पहुंच गए।

सूचना पर एसपी गंगापार धवल जायसवाल व एडीएम प्रशासन समेत कई आला अधिकारी गांव पहुंचे। परिजनों से बात कर मदद का भरोसा दिलाया। एसडीएम ने किसान सहायता के तहत 5 लाख रुपये बेटे दिव्यांश के खाते में डालने व एक बीघा जमीन का पट्टा देने की कार्यवाही तत्काल शुरू करने की बात कही। सीओ अमिता सिंह ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि हत्यारों को जल्द पकड़ कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। घंटों तक एसपी गंगापार व एडीएम समेत अफसर परिजनों को समझाते रहे। काफी देर बाद परिजन तैयार हुए और रसूलाबाद गंगाघाट पर दंपती के शव का अंतिम संस्कार किया। देव नारायण व पत्नी रंजना पटेल की हत्या के बाद उनका एक मात्र बेटा 10 माह का दिव्यांश बचा है। प्रशासन ने 5 लाख रुपये उसके खाते में डालते हुए परिजनों के साथ एसडीएम को संरक्षक बनाया गया है।

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