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छह साल बीते, नहीं शुरू हो सकी पकरी पेयजल समूह से जलापूर्ति

वर्ष 2013-14 से निर्मित हो रहे पेयजल समूह योजना पकरी-सेवार छह साल बाद भी जलापूर्ति नहीं कर सकी। घटिया पाइप लाइन के स्थान पर अब दूसरी पाइप बिछानें का...

छह साल बीते, नहीं शुरू हो सकी पकरी पेयजल समूह से जलापूर्ति
हिन्दुस्तान टीम,गंगापारSat, 07 Nov 2020 03:24 PM
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वर्ष 2013-14 से निर्मित हो रहे पेयजल समूह योजना पकरी-सेवार छह साल बाद भी जलापूर्ति नहीं कर सकी। घटिया पाइप लाइन के स्थान पर अब दूसरी पाइप बिछानें का कार्य किया जा रहा है। ठेकदार लापता है। पाइप लाइन का काम करने वाले भी नहीं पहुंच सके।

पूर्व सपा विधायक गिरीश चन्द्र पांडेय ने ग्रामीणों की पहल पर करोड़ों रुपये की पेयजल योजना को शासन से मंजूरी करा दी थी। योजना पर कुल एक करोड़, 36 लाख, 836 रुपया खर्च किया गया। प्रधान प्रतिनिधि बेंचन राम निषाद ने बताया कि इस धन में 50 फीसदी धन विश्व बैंक, 33 फीसदी केन्द्र सरकार, 16 फीसदी प्रदेश सरकार तथा एक फीसदी ग्रामीणों से अंशदान लिया गया था। इस अंशदान में बीपीएल कनेक्शनधारियों से 225 एपीएल से 450 रुपया लिया गया है। इस प्रकार ग्रामीणों से कुल एक लाख, 96 हजार लिया गया। अंशदान जमा करने के बाद कनेक्शन लेने वाले शुद्ध पानी मिलने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अब तक पानी नहीं मिल सका। गांव के रजनीकान्त दुबे ने बताया कि पाइप लाइन बिछाकर कागज पर ठेकदार ने सभी से हस्ताक्षर करवा लिया कि योजना संचालित हो गई। भोले भाले ग्रामीणों ने ठेकेदार के रजिस्टर पर हस्ताक्षर भी कर दिया, लेकिन छह वर्ष बीत जानें के बाद पानी नहीं चल सका। सूत्रों की मानें तो पाइप लाइन बिछानें में भारी लापरवाही की गई है, घटिया पाइप डाले जाने से नलकूप चलाने पर पाइप क्षतिग्रस्त हो गई। अब इस पाइप की स्थान पर दूसरी पाइप डालने का कार्य किया जा रहा है। गांव को जानें वाली सड़क को जगह-जगह खोद दिया गया, सड़क खोदे जानें से आवागमन प्रभावित हो रहा है।

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