एसबीआई ने प्रधानाचार्यों को किया सम्मानित
विद्यालय एक दूसरी मां के समान है जिसकी कोख में पलता हुआ बच्चा यहीं से शिक्षा, संस्कृति, संस्कार, आचार, व्यवहार और अपने लोक जीवन की कलाओं को सीखकर बाहर आता है। शिक्षकों को चाहिए कि अपने गुरुता की...
विद्यालय एक दूसरी मां के समान है जिसकी कोख में पलता हुआ बच्चा यहीं से शिक्षा, संस्कृति, संस्कार, आचार, व्यवहार और अपने लोक जीवन की कलाओं को सीखकर बाहर आता है। शिक्षकों को चाहिए कि अपने गुरुता की महिमा के प्रति नैतिक भाव से समर्पित नौनिहालों को गढ़कर राष्ट्र निर्माण में सराहनीय भूमिका के लिए तैयार करें। यह बातें भारतीय स्टेट बैंक शाखा करछना में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य प्रबंधक शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कही।
इस दौरान प्रबंधक ने मदन मोहन मालवीय इंटर कालेज करछना के प्रधानाचार्य मदन मोहन शंखधर और शिक्षक चक्रधर सिंह को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया। इस मौके पर अनिल तिवारी, सतीष, आशीष सिंह राठौर आदि बैंक अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।