रावण के धराशायी होते ही गूंजने लगा जय श्रीराम
कांटी गांव के दशहरे में रथ पर सवार होकर राम ने रावण का वध किया तो जय श्रीराम के जयकारे लगे। मेला में रामलीला के अलावा लोगों ने जमकर खरीदारी भी...
कांटी गांव के दशहरे में रथ पर सवार होकर राम ने रावण का वध किया तो जय श्रीराम के जयकारे लगे। मेला में रामलीला के अलावा लोगों ने जमकर खरीदारी भी की।
1959 से स्थापित आदर्श रामलीला नाट्य मंडल कांटी का दशहरा मेला रविवार को संपन्न हो गया। इसमें आधा दर्जन से ज्यादा चौकियां निकाली गई। सबसे आगे रावण की आदम कद पुतला हाथ में हथियार लेकर चल रहा था। उसके पीछे भगवान राम की चौकी थी। चौकी पर राम लक्ष्मण के साथ हनुमानजी भी विराजमान रहे। इसके अलावा भगवान शंकर का तांडव व मां काली की तांडव चौकी की भी लोगों ने जमकर सराहना किया। चौकियों के साथ रामलीला कमेटी के संरक्षक संत प्रसाद पांडेय, उमाशंकर मिशर, श्याम कृष्ण पांडे, लल्लू प्रसाद तिवारी, लाल बहादुर बिंद, लालचंद भारतीय, इंद्रपाल पटेल, शशिलेश मिश्रा, मोती सरण पांडे, दया कांत मिश्रा, संदीप मिश्र सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।