जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्ति के लिए करें भजन
परमहंस आश्रम शृंग्वेरपुर में स्वामी अड़गड़ानंद ने जन्म-मृत्यु से बंधन के मुक्ति के उपाय बताए। कहा कि जिंदगी एक किराए का घर है। एक न एक दिन बदलना...
परमहंस आश्रम शृंग्वेरपुर में स्वामी अड़गड़ानंद ने जन्म-मृत्यु से बंधन के मुक्ति के उपाय बताए। कहा कि जिंदगी एक किराए का घर है। एक न एक दिन बदलना पड़ेगा।
कहा कि सभी को शरीर एक न एक दिन छोड़ कर जाना पड़ता है। बार-बार जन्म मृत्यु के परीधि में भटकना पड़ता है। इस भटकाव से विराम पाने के लिए जन्म-मृत्यु के बंधन से छुटकारा पाने के लिए हमें भजन चिंतन करना पड़ेगा। आगे बताया कि यथार्थ गीता का हम अध्ययन करेंगे तब समझ में आएगा कि यज्ञ क्या है। कर्म क्या है। वर्ण और धर्म क्या है। इस अवसर पर तानसेन बाबा जयश्री बाबा चिंतनमयानंद, आशीष बाबा, लाले बाबा, शोहम बाबा, ब्रिज बिहारी बाबा, राजाराम बाबा, तुलसी बाबा सहित अन्य वरिष्ठ संत स्वामी मौजूद रहे।