पर्यावरण के साथ मिट्टी और भूगर्भ जल को प्रदूषण से बचाती है नैनो यूरिया
Gangapar News - सौरा जलालपुर गांव में आयोजित किसान गोष्ठी में पहुंचे इफको के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक बाबूगंज।

नैनो यूरिया प्लस व नैनो डीएपी सिर्फ किसानों के लिए नहीं बल्कि पर्यावरण के साथ मिट्टी व भूगर्भ जल को प्रदूषण से बचाता है। जिसका स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ना तय है। यह बातें सौरा जलालपुर गांव में सब्जी के साथ उड़द और मूंग की बोआई करने वाले किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए इफको के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक संजय कुदेशिया ने शुक्रवार को किसानों के बीच कही। उन्होंने कहा कि मोतीलाल नेहरू किसान प्रशिक्षण संस्थान इफको कार्डेट में अपने खेत की मिट्टी का निशुल्क जांच कराए। उसके बाद नवीन तकनीकी के साथ बीज शोधन कर बोआई करें। बोआई से लेकर फसल तैयार होने तक इफको किसानों को जब जरूरत होगी उचित मार्गदर्शन करता रहेगा। नवीन तकनीकी से बोआई और नैनो उर्वरकों के प्रयोग से लागत भी कम आएगी और उपज भी बढ़ेगी। इफको के अधिकारियों ने गांव में जाकर नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी के प्रयोग की विधि एवं उससे होने वाले लाभ के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि रासायनिक खाद पर्यावरण के साथ मिट्टी व जल तीनों को प्रदूषित करता है। उन्होंने कहा आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रही है, नैनो उर्वरक ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपटने में सहायक है। इस दौरान कोर्डेट प्रचार्य डॉ हरिशचन्द्र, जनसम्पर्क अधिकारी स्वयम् प्रकाश, प्रबंधक प्रशिक्षण अनुराग तिवारी, कर्नल गोरख सिंह सेंगर, राजेश सिंह आदि मौजूद रहे।
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