पथरा समिति के अभिलेखों में भी 490 बोरी यूरिया मिली कम
Gangapar News - संयुक्त निबंधक सहकारिता ने शुक्रवार को की जांच, समितियों में मचा हड़कंप कोरांव, हिन्दुस्तान संवाद।

बी पैक्स पथरा मे पिछले छह सितंबर को जिला कृषि अधिकारी के जांच में 990 बोरी यूरिया और 630 बोरी डीएपी कम पाई गयी थी जिसका कोई भी हिसाब सचिव के पास नहीं था। पीओएस मशीन पर 1100 बोरी यूरिया और 750 बोरी डीएपी प्रदर्शित हो रही थी परन्तु जिला कृषि अधिकारी केके सिंह के भौतिक सत्यापन में समिति पर केवल 110 बोरी यूरिया और 70 बोरी डीएपी ही उपलब्ध रही। उनके द्वारा सचिव बालेन्द्र प्रताप सिंह से गायब खाद के सम्बन्ध में पूछा गया तो सचिव कोई जवाब नहीं दे सके। जिस पर वे समिति का बिक्री रजिस्टर ही उठा ले गये।
उनके द्वारा अंकित विवरण का मिलान पोर्टल से कराने पर भारी अनियमितता सामने आई थी। जिसके लिए उन्होंने समिति के सचिव के खिलाफ कार्रवाई के लिए संयुक्त आयुक्त एव संयुक्त निबंधक सहकारिता प्रयागराज को पत्र भेजा था। इस कार्रवाई से समितियों में हड़कंप मच गया था। शुक्रवार को जिला कृषि अधिकारी के पत्र पर संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबंधक सहकारिता विवेक यादव एडीओ कोऑपरेटिव सच्चिदानंद द्विवेदी के साथ पथरा समिति पर जांच करने पहुंचे। उनकी जांच में पीओएस मशीन के पोर्टल से हुई मिलान के बाद 990 बोरी यूरिया के स्थान पर 490 बोरी यूरिया कम प्रदर्शित हो रही थी जबकि डीएपी पूरी पाई गई। हालांकि उनकी जांच में जिन किसानों के नाम खाद वितरण को पोर्टल पर खारिज दिखाया गया है उसमें काफी अंतर मिला । उन्होंने इस अभिलेखीय लापरवाही को गंभीरता से लिया है। जिस पर कार्रवाई की बात कही है । यूरिया को लेकर बराबर हो रहा हंगामा इस समय किसानों का यूरिया खाद को लेकर लगभग हर जगह बराबर हंगामा चल रहा है। समितियों और दुकानों पर खाद पहुंचने के बाद किसानो की लंबी-लंबी लाइने लग जा रही है। गुरुवार को पांडेय के मडहा पर खाद के लिए किसान रात भर दुकान के बाहर पड़े देखे गए। इसी तरह जादीपुर, लेड़ियारी और रामगढ खीरी समिति के सामने भी देखने को मिला। खाद पाने के चक्कर मे किसान आपस मे मारपीट भी कर रहे है। जिसके बाद कही तहसील प्रशासन तो कही कृषि विभाग के कर्मचारी तो कही पुलिस को खाद बंटवाना पड़ रहा है।इसके बाद भी मांग के अनुरूप किसान खाद नही पा रहे हैं। इसका कारण पथरा जैसी समितियो के जिम्मेदारो द्वारा कालाबाजारी करने के कारण स्थिति पैदा होना है। उर्वरक विक्रेताओं को जारी की चेतावनी उधर जिला कृषि अधिकारी केके सिंह ने जिले के समस्त उर्वरक विक्रेताओं को चेतावनी जारी की है कि कृषकों को निर्धारित दर एवं उनके आधार एवं खतौनी तथा फसल हेतु संस्तुत मात्रा के अनुसार उर्वरक का वितरण किया जाय। ऐसा न करने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत कार्रवाई की जाएगी। उन्होने किसानो से भी अपील की है कि जिले मे पर्याप्त मात्रा मे उर्वरक उपलब्ध है और बराबर रैक भी प्राप्त हो रही है। मांग के अनुसार खाद भेजी जा रही है, किसी भी विवाद से बचने का प्रयास करें।
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