बोले प्रयागराज : 20 साल में प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन हो गया खंडहर, स्वास्थ्य सेवाएं भी ठप
Gangapar News - हथिगन गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र बीते कुछ वर्षों में बंद हो गया है। स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने उपकेंद्र के...

करमा देश की अधिकांश आबादी गांवों में बसती है। गांवों में रहने वाले लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार आदि उपलब्ध कराना सरकार का परम कर्तव्य बनता है। लोग यदि स्वस्थ रहेंगे तो ही समाज को एक नई दिशा दे पाएंगे इसलिए हमारे जीवन में स्वास्थ्य का बहुत महत्व है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय लोगों की मांग पर लगभग बीस वर्ष पहले हथिगन गांव के चंद्रभान का पूरा बैरहना में एक प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र को मंजूरी दी गई। अस्पताल के भवन का निर्माण होने के बाद वहां स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियुक्ति की गई और लोगों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलने लगा।
समय बीता कुछ कर्मचारी कम हुए और धीरे-धीरे उपकेंद्र में डॉक्टर और कर्मचारियों का आना बंद हो गया। इससे हथिगन, चंद्रभान का पूरा, बैरहना, तिवारी का पूरा, उमरी तालुका पुरवा, तेवरिया कला आदि गांव के लोगों को जो स्वास्थ्य सेवा मिल रही थी वो बंद हो गई लेकिन इस पर किसी ने भी गौर नहीं किया और आज उपकेंद्र का भवन भी खंडहर में तब्दील हो गया। बैरहना हथिगन स्थित उपकेंद्र में स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलने से क्षेत्रीय लोगों में इस बात की खुशी थी कि अब उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। कुछ वर्षों तक सब ठीक ढंग से चलता रहा लेकिन कुछ समय बाद एक एक कर कर्मचारियों ने आना बंद कर दिया और धीरे धीरे उपकेंद्र में ताला लग गया। भवन बंद होने के कारण बरसात में वहां घासें उगने लगीं और जलजमाव होने लगा। धीरे धीरे अस्पताल की चहारदीवारी भी गिर गई तथा भवन क्षतिग्रस्त हो गया। परिसर पूरी तरह खंडहर में बदल गया और घास व झाड़ियों के बीच जहरीले जंतुओं ने वहां डेरा जमा लिया। जिस जगह मरीजों की भीड़ होती थी वहां जाने से भी लोगों को डर लगने लगा। आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निर्माण स्वास्थ्य उपकेंद्र का भवन गिर जाने के बाद ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य सेवा बहाल कराने की मांग की गई तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो तीन वर्ष पहले अस्पताल के पास ही एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निर्माण कराया गया। एक कमरे के इस आरोग्य केंद्र में एक महिला स्वास्थ्यकर्मी की नियुक्ति की गई। इस केंद्र से लोगों को यह लाभ हुआ कि उन्हें टीकाकरण सहित बुखार आदि की सामान्य दवाएं उपलब्ध होने लगी। पेयजल व रास्ते की नहीं है सुविधा प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन के साथ ही वहां पेयजल के लिए लगाया गया हैंडपंप भी खराब हो चुका है। आरोग्य मंदिर बनने के बाद वहां पेयजल की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके अलावा मुख्य सड़क से आरोग्य मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ते का निर्माण नहीं हो सका। कच्चा रास्ता होने के कारण बरसात में पानी भर जाने से आवागमन में समस्या होती है जबकि उसी रास्ते पर आरोग्य मंदिर से थोड़ी दूर पर जलनिगम द्वारा घर घर पेयजल सुलभ कराने के लिए पानी की टंकी भी बनाई गई है। लोगों का मानना है कि यदि मुख्य मार्ग से जलनिगम की टंकी तक रास्ता बनवा दिया जाय, एक हैंडपंप की व्यवस्था हो जाय तथा आरोग्य मंदिर के भवन का रखरखाव ठीक ढंग से होने लगे तो लोगों को सुविधा मिल सकती है। स्वास्थ्य उपकेंद्र पुनः चालू करने की मांग हथिगन ग्राम सभा चाका ब्लॉक का गांव है। गांव से ब्लॉक मुख्यालय की दूरी लगभग 14 किलोमीटर है। ऐसी स्थिति में लोगों को सीएचसी चाका पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों की मांग है कि यदि इस स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन का पुनर्निर्माण हो जाय और यहां कुशल स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति हो जाय तो क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों में रहने वाले लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्यायें दूर हो जाएंगी और आम जनमानस को पहले की तरह ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। क्षेत्र के लोगों ने इस बात पर भी जोर दिया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन का निर्माण कर यदि इसे एक अस्पताल का रूप दे दिया जाय तो इससे कई गांव के लोग लाभान्वित होंगे। बोले जिम्मेदार विकास खंड चाका के हथिगन गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया। भवन जर्जर अवस्था में है। एएनएम द्वारा गांव में टीकाकरण सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। ग्रामीणों की मांग के अनुसार उसे दुबारा शुरू करने के लिए संबंधित अधिकारियों से इस विषय पर गंभीरता से वार्ता की जाएगी जिससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधा मिल सके। -डॉ अंकित सिंह, अधीक्षक, सीएचसी, चाका -------------------- हमारी भी सुनें हथिगन गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र बना था जिसका भवन खंडहर बन चुका है। उस क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन स्तर पर पूरा प्रयास किया जाएगा और बंद स्वास्थ्य केंद्र को चलाने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात की जाएगी। - अनिल सिंह पटेल, ब्लॉक प्रमुख चाका सरकार आमजनमानस को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य उपकेंद्र हथिगन का बंद हो जाना चिंताजनक है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपकेंद्र को दुबारा चालू करने के लिए अधिकारियों से सार्थक वार्ता की जाएगी जिससे लोगों का सुविधाजनक इलाज हो सके। - अमित पाण्डेय, भाजपा मंडल अध्यक्ष चाका सरकार लोगों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है लेकिन यह क्षेत्र के लोगों का दुर्भाग्य है कि हथिगन में बनाया गया स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाली का शिकार हो चुका है। सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। -दीपक द्विवेदी, पूर्व प्रधान, हथिगन गांवों में रहने वाले लोगों को बच्चों के टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण एवं दवाएं, खांसी, बुखार की दवा जैसी मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना अति आवश्यक है। इसके लिए सरकार को हथिगन उपकेंद्र के निर्माण के साथ अन्य गांवों में भी प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाने के लिए सार्थक पहल करना चाहिए। -नीलम पथिक, अध्यक्ष प्रधान संघ, चाका हथिगन गांव के बैरहना मजरे में खुलने वाला प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र शुरू से ही अव्यवस्था का शिकार रहा और धीरे धीरे ऐसा समय आया कि वह पूरी तरह खंडहर बन गया। क्षेत्र के लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करने के लिए दूर जाना पड़ रहा है। इसे फिर से चालू करना बहुत जरूरी है। -हरिप्रताप सिंह, किसान, बैरहना जिस समय हथिगन के बैरहना में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण हुआ तो हमलोगों को इस बात की खुशी हुई कि अब मरीजों को दवा के लिए दूर जाने की आवश्यकता नहीं होगी लेकिन लोगों की आशा के अनुरूप कार्य नहीं हो सका और अस्पताल विभागीय लापरवाही का शिकार हो गया। -मनोज कुमार पाण्डेय, शिक्षक हथिगन बैरहना जन जन तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए यह जरूरी है कि लोगों को इलाज के लिए सस्ती और अच्छी सुविधा मिल सके। हथिगन का क्षेत्र करछना व चाका सीएचसी से दूर है इसलिए इस क्षेत्र में एक अस्पताल होना जरूरी है जिससे लोगों को इलाज की सुविधा मिल सके। - शांतनु तिवारी शानू, गायक, तिवारी का पूरा ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को चिकित्सा सुविधा का ध्यान रखते हथिगन गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र का बनना बहुत ही सुखद संयोग रहा लेकिन केंद्र का न चलना और बंद हो जाना क्षेत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को चाहिए कि इस उपकेंद्र को दुबारा चालू करें। - मार्कण्डेय तिवारी भानू, गायक तिवारी का पूरा हथिगन के बैरहना मजरे में किस प्रयोजन के लिए स्वास्थ्य केंद्र खोला गया और फिर किन परिस्थितियों में बंद कर दिया गया यह जांच का विषय है। सरकार से निवेदन है कि इसकी विभागीय जांच कराई जाय तथा स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन का पुनर्निर्माण कर उसे चालू किया जाए। -डॉ अमरनाथ सिंह, चिकित्सक जिस तरह से लोगों को शिक्षा देने के लिए लगभग हर गांव में प्राथमिक विद्यालय बनाये गए हैं उसी तरह लोगों के स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य केंद्र भी बनाये जाने चाहिए जिससे गांवों में बस रही देश की एक बड़ी आबादी को शिक्षा के साथ स्वास्थ्य सुविधा भी मिल सके। अनुराग जायसवाल, फार्मासिस्ट भारतीय रेलवे ग्रामीण इलाकों में निवास कर रही जनता को सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार का प्रमुख कर्तव्य होना चाहिए। आपके समाचार पत्र के माध्यम से सरकार व विभागीय अधिकारियों से निवेदन है कि हथिगन के स्वास्थ्य उपकेंद्र को पुनः चालू करने के साथ ही ब्लॉक स्तर पर अन्य गांवों में भी इस तरह के केंद्र खोले जाएं। -विजय कुमार यादव, समाजसेवी
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