कौड़िहार जल निगम की दोनों पंप बंद, 35 गांवों में त्राहि-त्राहि
कौड़िहार व आसपास के 35 गांवों में पीने के पानी की सप्लाई बंद होने से त्राहि-त्राहि मची है। लोग प्रदूषित कुओं पानी पीने को मजबूर हैं। जिन गांवों में हैंडपंप लगे हैं वहां दिनभर पानी भरने वालों की भीड़...
कौड़िहार व आसपास के 35 गांवों में पीने के पानी की सप्लाई बंद होने से त्राहि-त्राहि मची है। लोग प्रदूषित कुओं पानी पीने को मजबूर हैं। जिन गांवों में हैंडपंप लगे हैं वहां दिनभर पानी भरने वालों की भीड़ जुट रही है। कौड़िहार प्रमुख सुनीता यादव के मुताबिक इन 35 गांवों में अस्सी हजार की आबादी प्रभावित है।
कई दशक पहले कौड़िहार में जल निगम की मोटर स्थापित हुई। दो मोटर लगी हैं। एक ट्रांसफार्मर फुंकने की वजह से बंद है। जो चल रही थी उसकी पाइप जगह-जगह टूटी होने की वजह से गांवों तक पानी नहीं पहुंच रहा था। लेकिन तीन दिन से पूरी तरह से दोनों मोटर बंद हैं। जल निगम के जेई ने बताया कि एक बोरिंग रीबोर कराई गई है। उसमें मोटर डाली जा रही है। इसी मरम्मतीकरण की वजह से दूसरे मोटर से भी सप्लाई बंद की गई है। प्रभावित गांवों में शेखपुर निवासी डॉ. रामखेलावन पांडेय ने बताया कि पानी न आने की शिकायत जेई जल निगम कौड़िहार से की गई तो जवाब मिला कि कनेक्शन कटवा लीजिए।
कौन-कौन गांव प्रभावित
कौड़िहार, करीमुद्दीनपुर, नवाबगंज, घाटमपुर, पीथीपुर, कसारी, टिकरी, हथिगहां, रामपुर, सरायफत्ते, जगदीशपुर चांधन, सरायजैराम, बुदौना, ककरा, कुरेसर, लखरइयां, टेकारी, फतूहपुर, चफरी, अकबरपुर, गंगागंज सहित 35 गांवों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है।
सांसद फूलपुर बोले
जल निगम के अधिकारियों से कई बार बात की गई लेकिन उनके कानों में जूं नहीं रेंग रही है। ग्रामीण क्षेत्र की जनता को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है। भाजपा गांव-गांव स्वच्छ जल देने का सिर्फ ढिंढोरा पीट रही है। शीघ्र ही कौड़िहार में जल निगम से जुड़े गांवों को पानी की सप्लाई शुरू नहीं की गई तो सपा डीएम दफ्तर पर प्रदर्शन करेगी।
एक बोरिंग को रीबोर किया गया है। अब उसमें मोटर डालने का काम हो रहा है। दूसरे का ट्रांसफार्मर जला है। पूरी कोशिश हो रही है कि दो से तीन दिन के अंदर दोनों मोटर से जलापूर्ति शुरू कर दिया जाए।- पी कुशवाहा, जेई जल निगम कौड़िहार