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स्नान, हवन-दान से हुआ चैत्र नवरात्र का समापन

चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन नवमी के अवसर पर शृंग्वेरपुर व आसपास के गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया। गंगा का प्रवाह दूर होने से भक्तों...

स्नान, हवन-दान से हुआ चैत्र नवरात्र का समापन
हिन्दुस्तान टीम,गंगापारSun, 25 Mar 2018 04:34 PM
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चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन नवमी के अवसर पर शृंग्वेरपुर व आसपास के गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रही। श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया। गंगा का प्रवाह दूर होने से भक्तों और तीर्थपुरोहितों को कठिनाई उठानी पड़ी। सुरक्षा के मद्देनजर शृंग्वेरपुर पुलिस घाटों का भ्रमण करते रहे।

पौराणिक मान्यता के अनुसार नवरात्र में व्रत-दान का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति नवरात्र के दिनों में व्रत रख गंगा स्नान कर पूजा अर्चन में लीन होता उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। यही वजह है कि नवरात्र की अष्टमी-नवमी के अलावा मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्मदिन पर रविवार भोर से ही स्नानार्थियों का गंगा स्नान के आना शुरू हो गया था। शृंग्वेरपुर घाट के अलावा पिपरी, रामचौरा, भैरव, विद्यार्थी आदि घाटों पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग गया। विशेष कर शृंग्वेरपुर में गंगा की धारा दूसरी ओर पर होने से श्रद्धालुओं और स्थानीय पुरोहितों को कठिनाई उठानी पड़ी। विभिन्न घाटों पर आये हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दिया। स्नान के बाद घाट पर मौजूद गरीब असहाय को दान आदि किया गया। साथ ही गंगा किनारे स्थित मां शांता के दरबार में भक्तों ने माथा टेका और पूजन अर्चन के साथ अपने और परिवार के उज्ज्वल भविष्य की कामना किया।

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