Hindi NewsUP NewsFormer SP MLA Rameshwar Singh Yadav became emotional after meeting his supporters after being released from jail

जेल से रिहा होने के बाद समर्थकों से मिलकर भावुक हुए पूर्व सपा MLA रामेश्वर, बोले- झूठे आरोपों ने…

संक्षेप: तीन साल से अधिक समय तक जेल में रहे पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव को अदालत से जमानत मिलने के बाद 26 सितंबर को रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद उन्होंने समर्थकों से मुलाकात की, जहां उनका फूल-मालाओं और नारे लगाकर स्वागत किया गया, जिससे वे भावुक होकर रो पड़े।

Tue, 7 Oct 2025 10:00 PMPawan Kumar Sharma लाइव हिन्दुस्तान, एटा
share Share
Follow Us on
जेल से रिहा होने के बाद समर्थकों से मिलकर भावुक हुए पूर्व सपा MLA रामेश्वर, बोले- झूठे आरोपों ने…

सपा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव तीन साल से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद अदालत से जमानत मिलने पर 26 सितंबर को रिहा हुए। हालांकि, रिहाई के बाद वे मंगलवार को अपने समर्थकों से मिले। एटा जिले के जैथरा में समर्थकों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया और नारे लगाए, जिससे वे भावुक होकर रो पड़े।

एटा जिले की अलीगंज विधानसभा सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके रामेश्वर सिंह यादव को तीन साल, तीन महीने और 14 दिन बाद जेल से रिहाई मिली। एक जनसभा के दौरान ह जेल में बिताए अनुभवों को साझा किया और मंच पर रो पड़े। उन्होंने रोते हुए कहा, "इन कष्टों और झूठे आरोपों ने मुझे जीने लायक नहीं छोड़ा है।" कार्यकर्ताओं को संबोंधित करते हुए उन्होंने कहा कि 75 वर्ष की उम्र में उन्हें बलात्कार जैसे मुकदमों में जेल भेजा गया। जबकि वह उन महिलाओं को जानते तक नहीं थे।

पूर्व विधायक ने कहा कि 26 सितंबर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जमानत मिलने पर उनकी रिहाई को गोपनीय रखा गया था। उन्होंने दावा किया कि अगर इसकी खबर लीक हो जाती तो उन्हें और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव को जेल से बाहर निकलने की अनुमति नहीं मिलती। दरअसल, जुगेंद्र सिंह यादव को 9 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया गया था। जबकि रामेश्वर सिंह को नौ जून 2022 को अलीगंज गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद रामेश्वर सिंह यादव को अलीगढ़ जेल भेज दिया गया था।

ये भी पढ़ें:मैंने भी सुना है कि मुझसे मिलने आ रहे, अखिलेश के आने से ठीक पहले आजम खां का तंज

आजम खां और इरफान भी जेल से हो चुके हैं रिहा

सपा नेता व यूपी सरकार में पूर्व मंत्री आजम खां विभिन्न मामलों में लगभग दो साल से जेल में बंद थे। 23 सितंबर को वह सीतापुर जेल से रिहा हुए। वहीं, पूर्व विधायक इरफान सोलंकी भी 30 सितंबर को जेल से बाहर आ गए। वह लगभग 34 महीनों से कैद में थे। उन पर जमीन कब्जाने, महिला का मकान जलाने, रंगदारी मांगने और फर्जी दस्तावेज बनाने समेत दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। हालांकि दोनों नेताओं के जेल से छूटने के बाद यूपी में सियासी हलचल तेज हो गई है।