शोषण के खिलाफ श्रमिकों ने एएलसी दफ्तर पर दिया धरना
आर्थिक शोषण से परेशान दो कांच कारखाने श्रमिकों ने अपने औजार छोड़ दिए। पीड़ित श्रमिकों ने एएलसी दफ्तर पर धरना प्रदर्शन कर अपने हक की आवाज उठाई। उन्होंने ठेकेदार व कारखाना सेवायोजकों के खिलाफ जमकर...
आर्थिक शोषण से परेशान दो कांच कारखाने के श्रमिकों ने अपने औजार छोड़ दिए। पीड़ित श्रमिकों ने एएलसी दफ्तर पर धरना प्रदर्शन कर अपने हक की आवाज उठाई। उन्होंने ठेकेदार व कारखाना सेवायोजकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शनिवार को हेडलाइट कांच फैक्ट्री फिरोजाबाद ब्लाक ग्लास एवं जगदंबा ग्लास के श्रमिकों ने सुबह की पाली में अपने औजार छोड़ दिए। बाद में सभी श्रमिक एकत्र होकर लेबर कॉलोनी स्थित एएलसी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन किया।
धरना स्थल पर हुई सभा में श्रमिक भूरी सिंह व सौकी राम ने कहा कि कारखाना सेवायोजक व ठेकेदार द्वारा पूर्व में हुए समझौता का पालन नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा पिछले महीने हुए समझौता में वर्तमान मेहनताने में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। लेकिन कारखाना सेवायोजक की शह पर ठेकेदार द्वारा मेहनताने में भारी कटौती की जा रही है। ठेकेदार द्वारा 11 प्रतिशत के स्थान पर छह प्रतिशत की दर से भुगतान किया जा रहा है। जो कि हम श्रमिकों के साथ सरासर नाइंसाफी है।
लायक सिंह ने कहा कि समझौता की शर्त के अनुसार बढ़ी दर से मेहनताना मांगने पर ठेकेदार द्वारा नौकरी से हटाए जा ने की धमकी दी जा रही है। जिसके चलते हमें काम बंद करने का निर्णय लेना पड़ा है। धरना स्थल पर श्रमिकों ने श्रम अधिकारियों से इंसाफ दिलाए जाने की मांग की।
धरना स्थल पर पहुंचे श्रमिक नेता सोमेश गोस्वामी ने श्रमिकों की समस्या सुनी। उन्होंने श्रमिकों के साथ श्रम प्रवर्तन अधिकारी प्रकाश शंखवार व कुंवर सिंह से मुलाकात कर श्रमिकों की समस्या बताई। साथ ही मांग पत्र सौंपा। जिसमें पूर्व में हुए समझौता के अनुसार 11 फीसदी की बढ़ी दर से मेहनताना दिलवाने की मांग की गई। जिस पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने सेवायोजक पक्ष के साथ मामले को लेकर जल्द वार्ता कराए जाने का आश्वासन श्रमिकों को दिया।