ताज के विजन डाक्यूमेंटस टीम में शामिल होंगे एक्सपर्ट
फिरोजाबाद। ताज महल के लिए विजन डाक्यूमेंटस बनाने वाली संस्था की टीम में पर्यावरण व इंजीनियरिंग संस्थानों के तीन एक्सपर्ट शामिल किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी सहमति दे दी...
ताज महल के सुंदरता को बचाए रखने के लिए विजन डाक्यूमेंटस बनाने वाली संस्था की टीम में पर्यावरण व इंजीनियरिंग संस्थानों के तीन एक्सपर्ट शामिल किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी सहमति दे दी है। मामले की अगली सुनवाई 15 नवंबर को होगी। ताजमहल के संरक्षण व टीटी जोन में बढ़ते प्रदूषण के मामले पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान विजन डाक्यूमेंटस पर चर्चा की गई। टीटी जोन में पर्यावरण संरक्षण के लिए विजन डाक्यूमेंटस (दृष्टिपत्र) पर अदालत ने जानकारी प्राप्त की। संशोधित दृष्टिपत्र बना रही दिल्ली की संस्था स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड र्आिकटेक्चर की निदेशक डा. मीनाक्षी धोते ने अदालत को अवगत कराया कि संशोधित विजन डाक्यूमेंटस को लेकर उन्हें करीब 400 सुझाव प्राप्त हुए हैं। जिसके लिए उन्होंने आईआईटी रुड़की, सेंटर ऑफ इनवायरमेंट प्लानिंग एंड टैक्नोलॉजी अहमदाबाद सहित तीन संस्थानों से पर्यावरण व प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े विशेषज्ञों की जरूरत बताई। साथ संशोधित दृष्टिपत्र प्रस्तुत करने के लिए समय दिए जाने का अनुरोध किया। जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। न्यायमूर्ति मदन वी. लोकुर व दीपक गुप्ता ने संशोधित विजन डाक्यूमेंटस तत्परता से तैयार कर नियत तिथि पर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आगरा के उद्यमी संगठन नेशनल चैम्बर की अर्जी पर अदालत ने कहा कि विजन डाक्यूमेंट के फायनल होने पर अर्जी पर सुनवाई की जाएगी। इधर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई पर कांच नगरी के उद्यमी दिन भर अपनी नजरें लगाए रहे। शहर के अनेक उद्यमी मामले की पैरवी के लिए दिल्ली गए साथियों व अधिकारियों के संपर्क में रहे। वे मोबाइल से सुनवाई की जानकारी लेते रहे। दिल्ली जाने वालों संयुक्त निदेशक उद्योग अंजू रानी, अपर आयुक्त आगरा, उपायुक्त उद्योग फिरोजाबाद शरद टंडन, यूपीजीएमएस सचिव संजय अग्रवाल, उद्यमी दीपक बिटिया, पारसा शामिल रहे।