व्यापारियों ने कहा नहीं रखा खास ध्यान
बजट को लेकर व्यापारी वर्ग ज्यादा खुश नहीं दिखाई दिया। उनका कहना है कि व्यापारियों और आमजन का बजट में खास ध्यान नहीं रखा गया...

बजट को लेकर व्यापारी वर्ग ज्यादा खुश नहीं दिखाई दिया। उनका कहना है कि व्यापारियों और आमजन का बजट में खास ध्यान नहीं रखा गया है।
व्यापारी रामवीर ने कहा कि बजट को लेकर सभी को कुछ न कुछ मिलने की बात कही गई थी। इस बजट में उन्हें निराशा मिली है। बजट में इस बार तो व्यापारियों के लिए कुछ नहीं दिखा है। व्यापारी सोनू ने कहा कि इनकम टैक्स के स्लैब में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इससे मध्यम वर्गीय को राहत मिलने की जो उम्मीद थी वह भी खत्म हो गई। व्यापारी प्रमोद ने कहा कि बजट को लेकर आस लगाए हुए थे कि कोरोना काल में उनके लिए बेहतर घोषणाएं होंगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इससे उनको निराशा हाथ लगी है। व्यापारी हर्षित ने कहा कि सुबह से टीवी से चिपके हुए थे। लग रहा था कि अब उनको घोषणा राहत भरी होगी लेकिन कुछ नहीं हुआ और इस बार अनदेखी के शिकार हो गए।
व्यापारी संजय का कहना है कि कोरोना काल में दुकानों के बंद रहने से दिक्कतें आई थीं। उसके बाद से कारोबार पटरी पर लाने की कोशिश चल रही है। बजट से कुछ ही राहत मिलती दिख रही है।
व्यापारी पुष्पेंद्र ने कहा कि बजट को लेकर पूरी साल उम्मीद रहती है और कोरोना काल में राहत की आशा और बढ़ी हुई थी। अब जो कुछ मिला है उससे दिक्कतें कम नहीं हो पाएंगीं।
