थाने में युवक की मौत में कोतवाल समेत तीन सस्पेंड
मक्खनपुर थाने में पुलिस की हिरासत में बैठे युवक की मौत के मामले में आखिरकार 48 घंटे बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर लापरवाही बरतने की कार्रवाई हो गई। कोतवाली प्रभारी, एसआई व हैड कांस्टेबल को सस्पेंड किया...
मक्खनपुर थाने में पुलिस की हिरासत में बैठे युवक की मौत के मामले में आखिरकार 48 घंटे बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर लापरवाही बरतने की कार्रवाई हो गई। कोतवाली प्रभारी, एसआई व हैड कांस्टेबल को सस्पेंड किया है। इधर इस कार्रवाई को लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
मक्खनपुर के गांव चमरौली निवासी अरविंद यादव (44) पुत्र महाराज सिंह को डायल 100 पुलिस ने 20 नवंबर को थाने में सुपुर्द किया था। अरविंद का गांव के अवनीश पुत्र वीरेश्वर से झगड़ा हुआ था। इसमें चाकू लगने से अवनीश गंभीर घायल हो गया। अवनीश का आगरा में उपचार चल रहा है। वहीं थाना पुलिस ने लापरवाही बरतते हुए अरविंद का चालान नहीं किया। उसे लगातार थाने में बिठाए रखा।
इसी बीच 22 नवंबर की सुबह अरविंद की थाने में मौत हो गई। पुलिस वाले उसे अस्पताल लेकर आए तो वहां से मृत घोषित करते ही वे शव छोड़कर भाग खड़े हुए थे। उसकी मौत को लेकर दिनभर पुलिस अधिकारी थाना मक्खनपुर में बैठे रहे और उसकी मौत के मामले में चाकू लगने से घायल अवनीश के परिजनों समेत तीन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था।
छह लाख रुपये गए और कार्रवाई हो गई
पूरे पुलिस महकमे में इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर है कि पूरे थाने के खिलाफ युवक की मौत के मामले में मृतक पक्ष द्वारा मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी थी। इससे बचने को एक भाजपा नेता और यादव महासभा के एक पदाधिकारी ने थाने में ही बैठकर गुरुवार शाम को पंचायत कराई थी। नेता जी ने मृतक पक्ष को पुलिस महकमे पर कार्रवाई करने से रोक लिया और उनको इसके बदले छह लाख रुपये मुआवजा के रूप में देने के साथ ही सरकारी भूमि पर सरकारी आवास दिलाने का आश्वासन भी दिया गया था। दो लाख रुपये तत्काल दे दिए गए थे वहीं शेष चार लाख रुपये शव का शुक्रवार को अंतिम संस्कार रोकने के बाद पुलिस अधिकारियों ने आनन-फानन में जुटाकर परिवार को सौंप दिए। अब एसएसपी द्वारा इस मामले में की गई कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
पुलिस के दवाब में दर्ज रिपोर्ट के खत्म होने पर संशय
पुलिस की पंचायत के बाद मृतक पक्ष ने गांव के ही उस पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था जिसके घायल होने के मामले में मृतक को थाने में बिठाया गया था। अंत्येष्टि रोकने के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के दवाब में दर्ज फर्जी मुकदमे को खत्म करने को कहा गया तो राजनैतिक दलों के साथ पुलिस के अधिकारियों ने इसे खत्म करने का आश्वासन तक दे दिया। कह दिया था कि गांव में रहें कोई कार्रवाई नहीं होगी। अब पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद रिपोर्ट खत्म होगी या जांच में शामिल होगी इसे लेकर संशय बन गया है।
दोनों थानों में नए कोतवालों ने संभाला चार्ज
एसएसपी ने मक्खनपुर कोतवाल पर सस्पेंड की कार्रवाई करने से यहां पर थाना दक्षिण के प्रभारी लोकेंद्र सिंह को भेजा गया है। वहीं थाना दक्षिण का प्रभारी निरीक्षक साइबर सैल के प्रभारी प्रवेश कुमार को बनाया है। दोनों ने शनिवार को संबंधित थानों में चार्ज ले लिया।
जांच एसपी देहात को सौंपी गई
एसएसपी ने पूरे मामले की जांच एसपी देहात महेंद्र सिंह को सौंपी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले की जांच शुरू की गई है।