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स्कूली वाहनों की आयु पूरी, फिर भी दौड़ रहे

गाजियाबाद की घटना से जिले के स्कूल संचालक सबक नहीं ले रहे हैं। स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। कई वाहनों की फिटनेस समाप्त हो चुकी है...

स्कूली वाहनों की आयु पूरी, फिर भी दौड़ रहे
हिन्दुस्तान टीम,एटाSat, 23 Apr 2022 10:35 PM
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गाजियाबाद की घटना से जिले के स्कूल संचालक सबक नहीं ले रहे हैं। स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। कई वाहनों की फिटनेस समाप्त हो चुकी है तो कई वाहनों की आयु पूरी हो चुकी है। उसके बाद भी सड़कों पर स्कूल से बच्चों को लाया जा रहा है। जिले में 342 स्कूल वाहन हैं। 218 स्कूल वाहनों की ही फिटनेस पूरी है। एआरटीओ ने कार्रवाई शुरू कर दी है। ऐसे स्कूल संचालकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

जिले में बिना फिटनेस के भी स्कूली वाहन दौड़ रहे हैं। ऐसे वाहनों से बच्चों को लाया व छोड़ा जा रहा है। बच्चों के जान से स्कूल प्रबंधन खिलवाड़ कर रहा है। जानकारी होने के बाद भी प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। 40 वाहन ऐसे हैं जिनकी उम्र पूरी हो चुकी है। यानि 15 साल हो चुके हैं। उसके बाद भी स्कूल बसें सड़क पर दौड़ रही हैं। 84 वाहनों की फिटनेस समाप्त हो चुकी है। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही कहीं बड़ा हादसा न करा दे। विभाग ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया है। गाजियाबाद की घटना के बाद हुई कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। एआरटीओ ने इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सभी स्कूल संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं और जवाब भी मांगा गया है। जवाब न देने पर मान्यता समाप्त कराने के लिए डीआईओएस को पत्र लिखने की तैयारी है।

40 वाहन ऐसे है जिनको 15 साल से अधिक हो गए हैं। स्कूल संचालकों को नोटिस भेजे गए हैं। 84 वाहनों की फिटनेस समाप्त हो चुकी हैं। इन सभी को नोटिस जारी किए गए हैं। जवाब न मिलने पर कार्रवाई होगी।

- हेमचंद्र गौतम, एआरटीओ प्रशासन एटा

मान्यता समाप्त करने को डीआईओएस को लिखेंगे पत्र

एआरटीओ ने बताया कि नोटिस मिलने के एक सप्ताह के अंदर पंजीयन निरस्त नहीं कराया गया या फिर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया। ऐसी स्थिति में स्कूल की मान्यता समाप्त करने के लिए डीआईओएस को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करेगे।

एक हादसे में गई थी 13 स्कूली बच्चों की जान

बता दें कि 19 जनवरी 2017 को हुए सड़क हादसे को सुनकर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है। स्कूल बस-ट्रक की टक्कर में 13 बच्चों की मौत हुई थी चालक की भी मौत हुई थी। हादसे में 14 लोगों की जान गई थी। पूरे मामले में बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई थी। इसके बाद कई ओर भी हादसे हुए हैं।

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