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अनदेखी का शिकार शहर का एकमात्र महिला पार्क

कांचनगरी का एकमात्र महिला पार्क इस समय बेहद दयनीय हालत में हैं। तीन साल के बाद भी पार्क अमृत योजना के लाभ को तरस रहा है। पार्क में न तो घास नजर आती है और न ही महिलाओं के बैठने के लिए कोई स्थान। शासन...

कांचनगरी का एकमात्र महिला पार्क इस समय बेहद दयनीय हालत में हैं। तीन साल के बाद भी पार्क अमृत योजना के लाभ को तरस रहा है। पार्क में न तो घास नजर आती है और न ही महिलाओं के बैठने के लिए कोई स्थान। शासन...
1/ 2कांचनगरी का एकमात्र महिला पार्क इस समय बेहद दयनीय हालत में हैं। तीन साल के बाद भी पार्क अमृत योजना के लाभ को तरस रहा है। पार्क में न तो घास नजर आती है और न ही महिलाओं के बैठने के लिए कोई स्थान। शासन...
कांचनगरी का एकमात्र महिला पार्क इस समय बेहद दयनीय हालत में हैं। तीन साल के बाद भी पार्क अमृत योजना के लाभ को तरस रहा है। पार्क में न तो घास नजर आती है और न ही महिलाओं के बैठने के लिए कोई स्थान। शासन...
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हिन्दुस्तान टीम,फिरोजाबादSat, 28 Sep 2019 12:09 AM
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कांचनगरी का एकमात्र महिला पार्क इस समय बेहद दयनीय हालत में हैं। तीन साल के बाद भी पार्क अमृत योजना के लाभ को तरस रहा है। पार्क में न तो घास नजर आती है और न ही महिलाओं के बैठने के लिए कोई स्थान। शासन की रोक के कारण ही पार्क के सौंदर्यीकरण पर ब्रेक लग चुका है।

प्रदेश की योगी सरकार द्वारा पार्कों के सौंदर्यीकरण हेतु अमृत योजना को वर्ष 2017 में लागू किया गया था। पार्कों के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों को सौंपी गई। जहां तक शहर के पार्कों की बात है तो अमृत योजना का लाभ 16 पार्कों को मिलना था। कुछ समय बाद ही आधा दर्जन पार्कों पर कोर्ट का स्थगन आदेश आने से सौंदर्यीकरण के काम को बंद कर दिया गया। शेष बचे 10 पार्कों में नगर के एकमात्र महिला पार्क का नाम भी शामिल था। नगर निगम द्वारा पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई व पूरे पार्क का 18 लाख 94 हजार से सौंदर्यीकरण होना तय हो गया। जब तक कार्य प्रारंभ होता उससे पूर्व शासन इस पार्क पर भी रोक लगा दी। शासन की रोक से सभी कार्य जहां के तहां रोक दिए गए लगभग दो साल भी शासन अपने रूख को स्पष्ट नहीं कर सका है। इसका खामियाजा नगर की आधी आबादी को भुगतना पड़ रहा है।

कम हो रही पार्क में पहुंचने वाली महिलाओं की संख्या

दुर्दशा के चलते भारत माता पार्क में सुबह टहलने वाली महिलाओं की संख्या दिनोंदिन घटती जा रही है। हालात यह है कि पार्क में कभी धूल उड़ती है तो कभी जलभराव की स्थिति दिखती है। महिलाओं को बैठने के लिए न तो कुर्सी है और न ही घास।

अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही भारत माता

पार्क में मुख्य गेट के ठीक सामने लगी भारत माता की प्रतिमा भी रखरखाव के अभाव में बेहद खराब हालत में पहुंच चुकी है। प्रतिमा की सफाई न होने के साथ-साथ लगातार बारिश होने के कारण उसका रंग भी फीका पड़ता जा रहा है।

शाम ढलते ही जमा होने लगते हैं असमाजिक तत्व

अनदेखी के कारण नगर का महिला पार्क इस समय असमाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है। शाम ढलते ही पार्क के अंदर महिलाओं की जगह युवक घूमते नजर आते हैं। पार्क परिसर में हाथ ठेला लगाने वालों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी के बाद भी यह युवक बिना किसी खौफ के पार्क में जमकर मनमानी करते हैं।

बोले नगर आयुक्त

शासन का निर्देश मिलते ही महिला पार्क में प्लांटेशन एवं खेल मैदान का विकास शुरू करा दिया जाएगा। पार्क के सौंदर्यीकरण सभी औपचारिकताएं पहले ही पूर्ण कर ली गई हैं।

- विजय कुमार, नगर आयुक्त

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