नौनिहालों की जिंदगी में शिक्षा की ज्योति जला रही सपना
फिरोजाबाद। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के नौनिहालों के हाथों में कलम थमा कर एक शिक्षिका स्कूल समय के बाद अपने घर पर उनके जेहन में पढ़ने की ललक जगा रही...
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के दर्जनों नौनिहालों के हाथों में कलम थमा कर एक शिक्षिका स्कूल समय के बाद अपने घर पर क्लास लगा उनके जेहन में पढ़ने की ललक जगा रही है। प्राइवेट स्कूल में टीचिंग के साथ घरेलू काम से समय निकालकर रोजाना मोहल्ले के तीन दर्जन बच्चों को दो घंटे पढ़ाती है। सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुहाग नगरी के मोहल्ला ओझा नगर निवासी प्राइवेट स्कूल की टीचर सपना शर्मा अब आर्थिक रूप से कमजोर एवं पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों की जिन्दगी में शिक्षा की ज्योति जलाने वाली दीदी बन गई है। सपना बताती हैं कि करीब 14 माह पूर्व का है। महर्षि व्यास जूनियर हाईस्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका रोजाना की तरह स्कूल से लौटकर अपने घर पहुंची थी। उस समय पड़ोस में रहने वाली नन्हीं बच्ची मनीषा अपने दरवाजे पर उदास बैठी थी। पूछने पर पता चला कि पिता की मौत के कारण उसकी पढ़ाई छूट गई है। इस घटना ने उसके अंदर की शिक्षिका को झकझोर दिया। और उसी दिन से शिक्षिका ने अपने घर पर ऐसे बच्चों के लिए क्लास शुरू कर दी। खुद के मकान में चलने वाली कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की नि:शुल्क क्लास में इस समय मनीषा सहित 40 बच्चे हैं। इनमें कुछ बच्चे ऐसे है जो बीच में पढ़ाई छोड़ चुके थे। गरीब परिवारों के बच्चों को नि:शुल्क पढ़ा रही शिक्षिका को बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए अभिभावकों को भी मोटीवेट करना पड़ा। जिसके बाद इस नि:शुल्क क्लास में ज्यादातर बच्चे नियमित उपस्थित रहते हैं।