छीछामई में भूड़ा नहर के नीचे से बहती सिरसा नदी
सिरसा नदी को पुनर्जीवित करने को सफाई का काम चल रहा है। छीछामई में ब्रिटिश काल की इंजीनियरिंग को देखकर हर कोई दंग रह गया। यहां सिरसा नदी भूड़ा नहर के नीचे होकर बहती है। विधायक ने सोमवार को हालात देखे।...
सिरसा नदी को पुनर्जीवित करने को सफाई का काम चल रहा है। छीछामई में ब्रिटिश काल की इंजीनियरिंग को देखकर हर कोई दंग रह गया। यहां सिरसा नदी भूड़ा नहर के नीचे होकर बहती है। विधायक ने सोमवार को हालात देखे। शिकोहाबाद की पंचायतों में कई जगह सफाई ठीक नहीं मिली। इसे लेकर अधिकारियों से शिकायत की।
विधायक मनीष असीजा ने सोमवार सुबह विकास खंड शिकोहाबाद की पंचायतों में सिरसा नदी सफाई की प्रगति देखी। इसमें छीछामई, किशनपुरा मोहम्मदाबाद, असुआ व आरोंज विकास खंडों में काम की गति देखी। छीछामई में सिरसा नदी का पुल और भूड़ा नहर का ऊपर हिस्सा देखकर सभी चौंके। विधायक ने अधिकारियों के साथ यहां पर सिरसा को भूड़ा नहर के नीचे से होकर बहते हुए देखा। सन् 1870 में निर्मित इस ब्रिटिश कालीन सायफन की तकनीकि व निर्माण की गुणवत्ता देखने-दिखाने लायक है।
इसके अलावा ग्रामसभा छीछामई में 2.6 किमी लंबाई में आने वाले 5 दिनों में कार्य पूरा कराने का लक्ष्य था जिसके बारे में सेकेट्री राजेश कुमार ने बताया कि प्रधान रामकिशन के साथ सहयोग करते हुए काम को तेजी से कराया जा रहा है।
शिकोहाबाद नगर पालिका क्षेत्र में पुल पर बहुत खराब स्थिति है। पूरी तरह सिरसा नदी रुकी हुई है। नालों का पानी इसी में गिराया जा रहा है। किशनपुरा-मौहम्दाबाद में सिरसा नदी 1.7 किमी लंबाई में बह रही है। प्रधान महेश चंद्र तथा सचिव मुनील कुमार ने बताया कि चार से पांच दिन में सफाई काम पूरा हो जाएगा। ग्रामसभा असुआ में सिरसा नदी 2.3 किमी बहती है। यहां चार दिन में सफाई काम पूरा हो जाएगा।
मछलियां मरी मिलीं, मगरमच्छ से डरे मजदूर
आरोंज ग्रामसभा क्षेत्र में बहने वाली सिरसा नदी का ग्रामसभा का 1.4 किमी की लंबाई वाले हिस्से में अभी जलीय वनस्पति से पूरी नदी का प्रवाह अवरुद्ध है जो सफाई के बाद सही होगा। छीछामई में जल प्रदूषण के कारण कई बड़ी-बड़ी मछलियां किनारे पर मरी हुई पायी गईं। इसी क्षेत्रों एक मगरमच्छ भी मिला जो सफाई करते समय मजदूरों को दिखा। इससे वे भयभीत हो गए थे।