संघ ने बाल्मीकि समाज के लोगों का किया सम्मान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समरसता गतिविधि ने चंद्र नगर महानगर में अलग-अलग स्थानों पर बाल्मीकि जयंती का आयोजन धूमधाम से किया। समरसता का भाव मजबूत करने...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समरसता गतिविधि ने चंद्र नगर महानगर में अलग-अलग स्थानों पर बाल्मीकि जयंती का आयोजन धूमधाम से किया। समरसता का भाव मजबूत करने के उद्देश्य से बाल्मीकि समाज के लोगों का सम्मान किया। उनके महत्व को समझते हुए उनका आभार व्यक्त किया। महर्षि बाल्मीकि से मिलने वाली प्रेरणा से लोगों को अवगत कराया। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में बाल्मीकि समाज के लोगों एवं समाज के गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
बाल्मीकि जयंती कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चंद्रनगर महानगर के विभाग प्रचारक धर्मेन्द्र भारत ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि को संस्कृत भाषा के महानतम महाकाव्य रामायण के लेखक के रूप में जाना जाता है। देवी सीता ने उनके द्वारा दिए आश्रय के दौरान जुड़वां बच्चों कुश और लव को आश्रम में ही जन्म दिया था। उन्होंने हिंदू सद्भावना एवं समरसता का भाव प्रेणता के रूप में महर्षि बाल्मिक को बताया।
कार्यक्रम में मेयर नूतन राठौर, अंबेश शर्मा, रमाकांत शर्मा, रामबाबू झा, अतुल यादव आदि ने भी प्रतिभाग किया। इसमें भारत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समरसता गतिविधि के द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाता है ताकि समाज में भेदभाव छुआछूत की भावना पूर्ण रूप से खत्म की जा सके और एक संगठित हिंदू समाज की स्थापना हो। कार्यक्रम महानगर के अंतर्गत 10 नगरों में अलग-अलग स्थानों पर किया है तथा अन्य गतिविधियों द्वारा बड़े स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया है।