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दुर्गंध आने पर फटकार लगाई अच्छे काम के लिए पुरस्कार

रेलवे के महाप्रबन्धक एम सी चौहान ने टीएसआर की नवीनतम प्रणाली का शुभारम्भ किया। उन्होंने आरपीएफ के नव निर्मित बैरक व बाल उद्यान का उद्घाटन किया। शौचालय से दुर्गन्ध आने पर एसएस को आड़े हाथों लिया। अच्छे...

दुर्गंध आने पर फटकार लगाई अच्छे काम के लिए पुरस्कार
हिन्दुस्तान टीम,फिरोजाबादSat, 17 Mar 2018 12:22 AM
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रेलवे के महाप्रबंधक एमसी चौहान ने टीएसआर की नवीनतम प्रणाली का शुभारंभ किया। उन्होंने आरपीएफ के नव निर्मित बैरक व बाल उद्यान का उद्घाटन किया। शौचालय से दुर्गंध आने पर एसएस को आड़े हाथों लिया। अच्छे काम के लिए आरपीएफ व सेक्शन इन्जीनियर को पुरस्कार भी दिया।

जीएम स्पेशल ट्रेन से फिरोजाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे। वह सीधे एएसएम कार्यालय पहुंचे। वहां उन्हें टीएसआर के कम्प्यूटरीकरण का शुभारंभ करना था। उन्होंने इस प्रणाली का एसएस एके मिंज से फीता कटवाकर शुभारंभ कराया। उन्होंने प्रणाली की पूरी जानकारी की।

बताया गया कि इस प्रणाली से ट्रेन की जानकारी जो अभी तक कागजों पर की जाती थी, अब कम्प्यूटर से की जाएगी। इस प्रणाली से ट्रेन की एक्यूरेट जानकारी मिलती रहेगी। यहां से गुजरने वाली ट्रेन का समय तक अन्य स्थानों पर देखा जा सकेगा। जीएम ने कहा कि अभी कम्प्यूटर के साथ पहले की तरह से कार्य करें। जब सब कुछ ठीक हो, तभी पूर्ण रूप से प्रणाली पर काम करें। इस प्रणाली से लोग अपने मोबाइल फोन पर भी ट्रेन की पूरी जानकारी ले सकेंगे। इस दौरान उन्होंने रेलवे सुरक्षा बल के नवनिर्मित बैरक व बाल उद्यान का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद उन्होंने बैरक की निरीक्षण किया। बाल उद्यान को भी देखा। वहां से आरपीएफ कार्यालय पहुंचकर थाने की व्यवस्था को देखा।

निरीक्षण के दौरान लोगों ने उनसे शौचालय, पार्किग की व्यवस्था के साथ साथ आरपीएफ के लिए वाहन की व्यवस्था कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं के लिए हर जरूरी व्यवस्था की जाएगी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ डीसीएम इलाहाबाद अमन वर्मा, डीआरएम एसके पंकज, डीटीएम टूंडला समर्थ गुप्ता, सेक्शन इन्जीनियर संजीव यादव, सेक्शन इन्जीनियर नरेन्द्र सिंह, सिग्नल इंस्पेक्टर अरविन्द शाक्य, प्रभारी एसओ जीआरपी दिवाकर मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक बीएन द्विवेदी व एसी टूंडला योगेन्द्र सिंह मौजूद रहे।

लापरवाही पर लिया आड़े हाथ

जीएम के ठीकठाक निरीक्षण के बाद अचानक स्टेशन अधीक्षक एके मिन्ज को उनका गुस्सा झेलना पड़ा। जीएम निरीक्षण के बाद अपने सेलून में चले गए। गाड़ी चलने को थी उसी दौरान अचानक जीएम गाड़ी से उतरकर शौचालय पहुंच गए। शौचालय में आ रही दुर्गन्ध से वह लाल पीले हो गए। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक को जमकर फटकार लगाई।

अच्छे कार्य के लिए पुरस्कार दिया

जीएम बाल उद्यान को देखकर गदगद हो गए। उन्होंने सेक्शन इन्जीनियर को 5 हजार रुपये का पुरष्कार दिया। वहीं आरपीएफ थाने के अच्छे रखरखाव को देख 15 हजार रुपये का पुरस्कार दिया।

फौजी ने की रेलवे के लापरवाही की शिकायत

निरीक्षण के दौरान फरिहा निवासी मनीष पाठक ने जीएम से रेलवे की लापरवाही की शिकायत की। उसने जीएम को बताया कि वह फौज में है। उसने 24 फरवरी को पटियाला से तीन बॉक्स विभाग से पार्सल द्वारा फिरोजाबाद भिजवाए थे। वह अभी तक नहीं आए। कई बार स्टेशन पर चक्कर लगा चुके हैं, मामले को गंभीरता से लेकर जीएम ने तत्काल संबंधित अधिकारी को बुलाकर निर्देश दिए कि तुरंत पता करें कि यात्री का सामान कहां पर है।

कई ट्रेनों के ठहराव की मांग

भारतीय सवर्ण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रीतिक, जिलाध्यक्ष मोहन सिंह चौहान, कुलदीप शर्मा, अनुपम दुबे, संजीव उपाध्याय, नीरज शर्मा, दिनेश चन्द्र शर्मा, शान्तनु शर्मा, राजा ठाकुर, राजेश कुमार व विनोद दीक्षित ने जीएम से फिरोजाबाद पर कई ट्रेनों के ठहराव कराने की मांग की। उन्होंने सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस, जोधपुर हाबड़ा एक्सप्रेस, मरुधर एक्सप्रेस व रीवा आनंद बिहार एक्सप्रेस के ठहराव की मांग की। उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद कांच का प्रमुख व्यापार केन्द्र है। पूरे भारत वर्ष से व्यापारियों का आना जाना रहता है। लोगों को यहां पर आने जाने के लिए अन्य स्थानों से ट्रेन पकड़नी पड़ती है।

भविष्य में रेलट्रैकों पर लगेंगे कैमरे और सेंसर: महाप्रबंधक

टूंडला। टूंडला रेलवे स्टेशन का निरीक्षण के बाद महाप्रबंधक मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कुछ ही समय में बड़ी बातें कहीं। उन्होंने सेक्शन के सेन्ट्रलाइज्ड ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से जुड़ने की उपलब्धि बताई। उन्होंने इलाहाबाद डिवीजन के सेक्शन में रेल ट्रैकों पर कैमरे एवं सेन्सर लगाए जाने की भी योजनाएं गिनाईं।

महाप्रबंधक एमसी चौहान ने अपने काफिले के साथ टूंडला रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने मीडिया से कहा कि हमें खुशी है कि हमारी रेल में सुरक्षा की दृष्टि से नए-नए इंतजाम किए जा रहे हैं। लगातार होने वाली उपलब्धियां निश्चित ही भारतीय रेल को एक नया आयाम देंगी। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अब जल्द ही दिल्ली-हावड़ा रेलखंड के बीच में पड़ने वाले इलाहाबाद डिवीजन में ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के मद्देनजर रेलट्रैकों के किनारे कैमरे एवं सेन्सर बोर्ड लगाए जाएंगे। इन कैमरों की मदद से ट्रेनों के संचालन के दौरान उसके निचले स्तर में आने वाली खामियों को 50 मीटर की दूरी पर ही पकड़ लिया जाएगा।

मालगाड़ियों के कंटेनरों के अधिक लोड होने पर बनने वाले प्रेशर को भी कम किया जा सकेगा। दूसरे सवाल पर जीएम ने कहा कि न्यू रेलवे कॉलोनी में पूर्व में रेल अधिकारियों द्वारा जो कम्युनिटी हॉल बनाया गया था, उसमें एक बड़ी धनराशि खर्च हुई थी। जिसके बाद वह अब अधिकांशत: टूट चुका है। इसका पुन: जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इससे रेलकर्मियों के बच्चों के विवाह और समय पड़ने पर अधिकारियों की मीटिंग उसमें हो सके। उन्होंने टूंडला रेलवे चिकित्सालय में चिकित्सकों की कमी के सवाल पर अपने जवाब में कहा कि चिकित्सकों को कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर लिया जा रहा है। आगे और भी चिकित्सक आएंगे।

महिला को रोता देख अधिकारियों में हड़कंप

जीएम के निरीक्षण के दौरान ही एनसीआर कॉलेज में हिंदी विषय के अध्यापक की पत्नी ने नियंत्रण कक्ष के बाहर अधिकारियों को देखकर रोना शुरू कर दिया। महिला को रोता देख रेल अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया। एडीआरएम इलाहाबाद ने महिला की समस्या जानी। महिला अपने पति द्वारा उसे रुपये न देने से परेशान थी। अधिकारियों ने उसे फैमिली कोर्ट जाने की सलाह दी।

शुक्रवार सुबह जब एनसीआर के जीएम एमसी चौहान टूंडला के केन्द्रीय यातायात नियंत्रण कक्ष (सीटीसी) में वहां की टैक्नोलॉजी की बारीकियों की जानकारी ले रहे थे, उसी दौरान जीएम के आने की जानकारी लेकर एक महिला रोते हुए टूंडला नियंत्रण कक्ष जा पहुंची। नियंत्रण कक्ष से जब अधिकारियों का काफिला बाहर निकला तो महिला को रोता देखकर सभी के होश उड़ गए। एडीआरएम इलाहाबाद एके द्विवेदी तत्काल ही महिला के पास पहुंचे और महिला की परेशानी को सुना। महिला मिथलेश पत्नी रामनरेश निवासी टूंडला ने एडीआरएम को बताया कि उसके पति एनसीआर कॉलेज टूंडला में हिंदी के अध्यापक हैं। वे उसे परेशान करते हैं। उसे घर के खर्चे के लिए भी रुपये नहीं देते हैं। महिला की व्यथा को सुनने के बाद एडीआरएम ने उसको सलाह दी कि वे इस मामले में अभी कुछ नहीं कर सकते हैं। सुझाव दिया कि वह पहले फैमिली कोर्ट जाकर अपनी समस्या सुनाएं। अगर कोर्ट अपने आदेशों के तहत उसके पति की आधी सैलरी आपको दिए जाने के आदेश करती है, तो हम अपने स्तर से आधी सैलरी आपके एकाउंट में ट्रांसफर करवाएंगे।

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