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बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ाई

बेमौसम बरसात किसानों के लिए परेशानी लेकर आई। किसानों की आलू, सरसों, गेहूं और जौ आदि की फसल खेतों में खड़ी है। इनमें आलू, सरसों और सब्जियों की फसलों को बारिश से नुकसान की संभावना है। किसानों की समझ में...

बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ाई
हिन्दुस्तान टीम,फिरोजाबादThu, 16 Jan 2020 07:00 PM
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बेमौसम बरसात किसानों के लिए परेशानी लेकर आई। किसानों की आलू, सरसों, गेहूं और जौ आदि की फसल खेतों में खड़ी है। इनमें आलू, सरसों और सब्जियों की फसलों को बारिश से नुकसान की संभावना है। किसानों की समझ में नहीं आ रहा है कि बारिश कब बंद होगी और अगर इसी तरह बारिश हुई तो दिक्कतें और बढ़ जाएंगी।

सरसों का फूल गिर सकता है

टूंडला। किसान परसादी लाल का कहना है कि किसान की अधिकतर फसल को बारिश से लाभ ही होगा। जिन किसानों की पिटैती सरसों की फसल है जो पूरी तरह से फूल पर है इस बरसात से इस फसल का फूल झड़ सकता है। ऐसे किसानों को बरसात से हानि हो सकती है। हालांकि ऐसे किसान क्षेत्र में कम ही हैं।

धूप निकलने पर आ सकता है आलू में रोग

टूंडला। किसान पूरन सिंह का कहना है कि बरसात से वैसे तो आलू की फसल को भी लाभ मिलने की पूरी संभावना है। यदि बरसात के बाद मौसम खुलता है और कहीं तेज धूप निकलती है तो फिर आलू की फसल इससे प्रभावित हो सकती है। क्योंकि आलू को जब एक साथ गर्मी मिलेगी तो उसके सड़ जाने की संभावना बलवती हो जाएगी। इससे आलू किसान को हानि हो सकती है।

बरसात से सब्जी की फसल होगी प्रभावित

टूंडला। किसान रोमन सिंह का कहना है कि बरसात से सब्जी की फसल को कुछ हानि हो सकती है जिसमें विशेषकर सेम की फसल ऐसी है जिसका बरसात में फूल झड़ जाएगा। उसकी पैदावार प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च आदि पर भी बरसात का प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है।

गेहूं व जौ की फसल में होगा बंपर लाभ

टूंडला। किसान चुन्नीलाल ने बताया कि इस बरसात से अधिकतर फसल को लाभ है। जिन किसानों की फसल सिंचाई के लिए तैयार खड़ी थी उन किसानों को तो धन और समय दोनों ही बचत हुई है। ऐसे किसानों के लिए तो यह बरसात किसी सौगात से कम नहीं है। इस बरसात से गेहूं व जौ की फसल में तो बंपर लाभ मिलने की पूरी संभावना है।

खुदाई प्रभावित हुई तो आलू के दाम बढ़ेंगे

बारिश के चलते अगर आलू की खुदाई प्रभावित रहेगी तो आलू के दाम भी बढ़ जाएंगे। आलू की खुदाई अगर एक सप्ताह या अधिक बढ़ी तो नमी के बीच खुदाई न होने से बाजार में जो आलू है उसकी फुटकर बिक्री अचानक बढ़ सकती है।

क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक

टूंडला। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुभाष शर्मा ने बताया कि बेमौसम बरसात से किसान की सभी फसलों को लाभ होगा लेकिन सब्जी की फसल जिसमें बैंगन, टमाटर, सेम व शिमला मिर्च के फूल की गिरने की संभावना से उनकी पैदावार प्रभावित हो सकती है। उन्होंने बताया कि यदि मौसम साफ होता है और धूप निकलती है तो ऐसे में आलू की फसल में जड़ा रोग के साथ ही झुलसा रोग आने की पूरी संभावना है। इसी प्रकार से सरसों पर पत्ती रोग भी आ सकता है। यदि धूप निकलती है तो किसान अपनी फसल पर कीटनाशक, फफूंद नाशक के साथ ही एंटी बायटिक दवा का कम से कम दो बार छिड़काव अवश्य करें। इससे उनकी फसल पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी।

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