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जांच की बढ़ रही दागी शिक्षकों की संख्या

एसआईटी द्वारा जारी 4570 शिक्षकों की सूची में सर्वाधिक दागी शिक्षक सुहागनगरी के होने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। दागी शिक्षकों की संख्या में हो रहे इजाफे से कई तरह के सवाल उठना लाजमी है।...

जांच की बढ़ रही दागी शिक्षकों की संख्या
हिन्दुस्तान टीम,फिरोजाबादSun, 12 Nov 2017 11:36 PM
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एसआईटी द्वारा जारी 4570 शिक्षकों की सूची में सर्वाधिक दागी शिक्षक सुहागनगरी के होने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। दागी शिक्षकों की संख्या में हो रहे इजाफे से कई तरह के सवाल उठना लाजमी है। वहीं विभाग द्वारा शिक्षकों की सूची को गोपनीय रखा जाने को लेकर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं।

एसआईटी द्वारा विभाग को सौंपी गई शिक्षकों की सूची के साथ ही विवरण भी उपलब्ध कराया गया था। लेकिन जिला स्तर पर तैयार की गई सूची में विभागीय अधिकारियों द्वारा शिक्षकों की जो संख्या पहली बार में बताई गई थी, उसमें कुछ और शिक्षकों के नाम जुड़ने का मामला कई दिन बाद सामने आया। हालांकि पहले दिन जब विभागीय अधिकारियों ने सूची में शामिल दागी शिक्षकों की संख्या का खुलासा किया तभी से कुछ नाम छूट जाने की चर्चाएं शुरु हो गई थीं। लेकिन उस समय विभागीय अधिकारियों ने जांच बड़े ही सांवधानी से कराने की बात कही थी। लेकिन उसके बाद भी सूची में शामिल शिक्षकों की संख्या बढ़ती गई।

शिक्षा विभाग में नौकरी के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े में विभागीय संरक्षण बराबर का जिम्मेदार रहा है। प्रमाणपत्रों के सत्यापन से लेकर शिकायतों के निस्तारण तक हर मामले में विभागीय संरक्षण ऐसे शिक्षकों के लिए ढाल का काम करता रहा है। एसआईटी की सूची से चिन्हित किए गए दागी शिक्षकों की संख्या को लेकर भी कुछ शिक्षकों का नाम सेटिंग के चलते छोड़ दिए जाने की चर्चाएं हैं। हालांकि इस प्रकार के विभागीय संरक्षण की पोल खुलने पर उसे मानवीय चूक बताकर मामले को रफा-दफा किया जाता रहा है। शिक्षा जगत में चर्चा है कि इस दफा यदि शिक्षाधिकारियों ने ठीक प्रकार से जांच कर दागी शिक्षकों की सूची तैयार की तो सूची में कई नाम और जुड़ जाएंगे। विभाग द्वारा पहले राउण्ड में चिन्हित 151 की संख्या में अभी तक चार नाम ही बढ़े हैं। अब संख्या 155 हो गई है। ईमानदारी से जांच होने की स्थिति में यह संख्या 200 का आंकड़ा भी छू सकती है।

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