अब सड़कों पर नहीं बहेगा बरसात का पानी
नगर निगम में बरसात के पानी का संचयन करने की प्रक्रिया शनिवार को शुरू कर दी गई। वाटर रिचार्ज सिस्टम के बाद अब नगर निगम में बरसात का सड़कों पर बर्बाद नहीं होगा। नगर आयुक्त ने समूची प्रक्रिया को बारिश से...
नगर निगम में बरसात के पानी का संचयन करने की प्रक्रिया शनिवार को शुरू कर दी गई। वाटर रिचार्ज सिस्टम के बाद अब नगर निगम में बरसात का सड़कों पर बर्बाद नहीं होगा। नगर आयुक्त ने समूची प्रक्रिया को बारिश से पूर्व पूरी कराने के निर्देश दिए हैं।
नगर आयुक्त विजय कुमार ने कार्यालय में जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में निरंतर गिरते जल स्तर को देखते हुए नगर निगम ने यह फैसला लिया है कि बरसात के पानी को संजोकर रखा जाए। उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत नगर निगम ने अपने ही यहां से कर दी है। वाटर रिचार्ज को नगर निगम परिसर में इसकी कवायद भी शुरू हो गई। संभवत: इस कार्य को तीन-चार दिन में यानी बारिश से पूर्व करा लिया जाएगा। इसके लिए परिसर में गड्ढा खोदकर पाइप लगाने की प्रक्रिया पूर्व कर ली गई। अब इसे विभिन्न पाइप लाइनों से जोड़ दिया जाएगा। इसके तहत बरसात के दिन छतों का पानी पाइप लाइन से होकर अंदर प्रवेश कर जाएगा।
वाटर रिचार्ज के बिना स्वीकृति नहीं होंगे नक्शे
नगर आयुक्त ने जानकारी दी है कि अब शहर में जितने भी भवन बनेंगे उनमें वाटर रिचार्ज सिस्टम बेहद जरूरी होगा। इसके बिना किसी भी भवन के नक्शे को पास नहीं किया जाएगा। इस तरह का प्रावधान पहले से ही तय है।
लोगों को भी होना होगा जागरूक
नगर आयुक्त ने कहा कि निरंतर गिरते जल स्तर के लिए अब लोगों को भी आगे आना होगा। जब तक लोग जागरूक होकर बारिश के पानी की बर्बादी नहीं रोकेंगे तो आगामी दिनों में जल संकट काफी गंभीर रूप धारण कर लेगा।