कोचिंग सेंटरों पर आग से जूझने के साधन नहीं
जनपद में अधिकांश कोचिंग सेंटरों पर आग से निपटने के साधन नहीं। आग लगने के बाद छात्रों के निकलने को सुगम रास्ते नहीं है। गुजरात में कोचिंग सेंटर में हादसा होने पर जनपद में फायर विभाग ने कोंचिग सेंटरों...
जनपद में अधिकांश कोचिंग सेंटरों पर आग से निपटने के साधन नहीं। आग लगने के बाद छात्रों के निकलने को सुगम रास्ते नहीं है। गुजरात में कोचिंग सेंटर में हादसा होने पर जनपद में फायर विभाग ने कोंचिग सेंटरों के हालात देखे। सभी सेंटरों में कमियां पाई गईं। विभाग उनको नोटिस देने की तैयारी कर रहा है।
सूरत के कोचिंग सेंटर में हादसे के बाद जनपद में फायर विभाग सक्रिय हुआ। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को जनपद में कोचिंग सेंटरों का आकस्मिक निरीक्षण किया। कोचिंग नगर में अधिकांश सेंटर बिना मानक के चल रहे है। सभी सेंटरों में आग बुझाने व बचाव के उचित साधन नहीं हैं। फायर ब्रिगेड की टीम ने स्टेशन रोड स्थित रे क्लासेसज, झा क्लासेज के अलावा श्यौर कोचिंग महेंद्रा कोचिंग तथा अग्रवाल क्लासेज पर छापा मारा। मुख्य फायर अधिकारी जसवीर सिंह ने बताया सभी सेंटरों पर कमियां पाई गई हैं। उनके खिलाफ नोटिस देने की तैयार की जा रही है।
कई सेंटरों ने ऊपर जाने के रास्त बंद किए
अधिकतर सेंटरों पर हादसा हो जाता है तो निकलने के साधन नहीं है। कई स्थानों पर ऊपर जाने वाली सीढ़ियों पर सामान रखकर बंद कर दिया है। इससे हादसे के दौरान लोगों को निकलने में परेशानी हो सकती है। कोचिंग सेंटर स्वामियों को हिदायत दी है कि सामान हटाकर निकलने के रास्ते को पूरी तरह सुगम बनाएं। जिससे हादसे के समय फंसे लोग आसानी से निकल सके। इसके अलावा आग को काबू पाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
छात्रों को कई बिन्दुओं पर समझाया
फायर अधिकारियों ने कोचिंग सेंटरों में मौजूद छात्रों को आग से बचाव के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि कोचिंग सेंटरों में देखें कि किसी हादसों ने निपटने को व्यवस्था है कि नहीं। बच्चों को अन्य बातें भी समझाईं।
आग बुझाने के साधन नहीं नोटिस की तैयारी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी जसवीर सिंह ने बताया चेकिंग के दौरान अधिकांश कोचिंग सेंटरों पर कमिया मिली है। वहां आग को बुझाने के साधन न के बराबर है। रास्तों को बंद कर दिया है। कोचिंग सेंटर संचालकों ने विभाग से एनओसी भी नहीं ली है। उनके खिलाफ कार्यवाही की तैयारी की जा रही है। विभाग को भी लिखा जा रहा है।