पशु चिकित्साधिकारी डा.शिखा शर्मा जब बीमार पशुओं को देखती हैं तो उनकी समस्या को समझकर उपचार दिलाती हैं। वह कहती हैं कि अधिकांश पशुओं का काम महिलाओं द्वारा किया जाता है। कृत्रिम गर्भाधान का काम वह स्वयं और महिला कर्मचारियों से कराती हैं। पशुओं के टीकाकरण को लेकर महिलाओं को समझाकर उनसे टीका लगवाती हैं। वह ग्रामीणों को राष्ट्रीय पशुधन बीमा योजना का लाभ दिलाती हैं। पशु पालकों को पशुओं की मौत के बाद उसका बीमा मिलने से राहत मिलती है। वह कहती हैं कि पशुओं की बीमारियों को उनके लक्षण देखकर पहचानने की समझ ग्रामीण महिलाओं को भी बताती हैं ताकि समय पर वे बीमारी को जानकर इलाज करा सकें।
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