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पिता की अंतिम इच्छा को रिश्तेदारों से तोड़ा नाता

पिता की अंतिम इच्छा थी कि उनकी मौत के बाद बेटी ही दाह संस्कार करे और उनके हर क्रियाकर्म को विधिवत पूरा करे। मौत के बाद जैसे ही वह पिता की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए आगे आई तो रिश्तेदार बिदक गए...

पिता की अंतिम इच्छा को रिश्तेदारों से तोड़ा नाता
हिन्दुस्तान टीम,फिरोजाबादThu, 01 Feb 2018 11:45 PM
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पिता की अंतिम इच्छा थी कि उनकी मौत के बाद बेटी ही दाह संस्कार करे और उनके हर क्रियाकर्म को विधिवत पूरा करे। मौत के बाद जैसे ही वह पिता की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए आगे आई तो रिश्तेदार बिदक गए लेकिन उसने अपने कदम पीछे नहीं किए। गमगीन माहौल के बीच मां ने ढाल का काम किया और साफ कर दिया कि बेटी ही चिता को अग्नि देगी और रिश्तेदार मुंह फेरकर चले गए। इसके बाद बेटी ने ही मुखाग्नि दी।

बेटा नहीं होने पर बेटी को दिया पूरा दुलार

जलसेर रोड के शिव नगर निवासी अजय कुमार भटनागर (66) के कोई बेटा नहीं था। उनकी एक बेटी एश्वर्या भटनागर को उन्होंने बेटे की तरह ही पूरा दुलार दिया और उसको उच्च शिक्षा दी। 30 जनवरी को तबियत खराब होने से उनका देहांत हो गया था।

ससुराल से आई बेटी ने दी मुखाग्नि

अजय की बेटी एश्वर्या भटनागर की शादी देहरादून में हुई है। उसकी एक डेढ़ साल की बेटी कुंजकाला है। पिता की गंभीर हालत होने पर वह मायके आ गई थी। जब पिता ने अंतिम समय में अपनी इच्छा जताई कि मेरा दाह संस्कार मेरी बेटी ही करे तो उसने इसे पूरा करने का वचन भी दे दिया था। इससे लिए ससुराल पक्ष ने भी एश्वर्या का साथ देते हुए मुखाग्नि के लिए सहमति दे दी थी।

मामा पक्ष ने एतराज जताया, चले गए

अजय की मौत के बाद एक ओर परिवार सदमे में चला गया था तो दूसरी ओर एश्वर्या के मामा पक्ष ने अंतिम इच्छा के अनुसार लड़की से दाह संस्कार की प्रक्रिया का विरोध किया। इस बीच जमकर कहासुनी हुई लेकिन बेटी ने पिता की इच्छा पूरी करने की बात कह दी। मां हंशा भटनागर ने रोते बिलखते हुए साफ कर दिया कि बेटी ही दाह संस्कार करेगी जिस रिश्तेदार को एतराज हो वो मेरे पति और हमसे नाता तोड़कर जा सकते हैं। इसके बाद मामा पक्ष अंतिम संस्कार से पहले ही लौट गया।

बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं करें:एश्वर्या

एश्वर्या ने कहा कि समाज में बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ का नारा चल रहा है। कोई फर्क नहीं रखा जा रहा फिर पिता की अंतिम इच्छा के लिए वह दाह संस्कार क्यों नहीं करती। मैं पिता की मौत से टूट चुकी थी लेकिन प्रक्रिया पूरी कर रही हूं। मुखाग्नि के बाद बुधवार को फूल बीनकर लाई हूं और शुक्रवार को इन्हें मैं गंगा में प्रवाहित करने अलीगढ़ जा रही हूं। सोरों जाना था लेकिन कासगंज में दंगा होने के चलते अलीगढ़ जाना पड़ेगा।

मुझे भी मेरी बेटी ही देगी मुखाग्नि : हंशा

पति के बाद अब रिश्तेदारों के खराब रुख के चलते एश्वर्या की मां ने भी प्रण कर लिया है कि अब उसकी बेटी ही उसकी मौत के बाद मुखाग्नि देगी। पति के बाद अब मेरी भी यही अंतिम इच्छा है और बेटी इसे पूरी दृणता के साथ पूरा करेगी।

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