मनपसंद पुस्तक पाकर खिले चेहरे
अखिल विश्व गायत्री परिवार ने विराट पुस्तक मेला का आयोजन किया। इसमें अपनी मनपसंद पुस्तकों को चुनने और उनको लेने का मौका जब स्कूली छात्र-छात्राओं और शहर के लोगों को मिला तो वे पहुंच गए। कम मूल्य में...
अखिल विश्व गायत्री परिवार ने विराट पुस्तक मेला का आयोजन किया। इसमें अपनी मनपसंद पुस्तकों को चुनने और उनको लेने का मौका जब स्कूली छात्र-छात्राओं और शहर के लोगों को मिला तो वे पहुंच गए। कम मूल्य में पुस्तकें पाकर चेहरे खिल गए।
पुस्तक मेला का आयोजन एसआरके के बीएड संकाय में सोमवार को आयोजित हुआ। दो दिनी मेला डा. उमाशंकर गुप्ता के निर्देशन में आयोजित किया। मुख्य अतिथि शिक्षाविद डा. रामनिवास गुप्ता ने कहा कि पुस्तकें हमारी वो साथी होती हैं जिन्हें हम जब चाहें तब देख सकते हैं, पढ़ सकते हैं और उनसे सीख सकते हैं। पुस्तकों को पढ़ने का शौक हर किसी का होना चाहिए। जीवन में अगर आगे बढ़ना है, कुछ सीखना है तो पुस्तकें इसमें महती भूमिका निभाती हैं।
प्रमुख उद्योगपति देवीचरन अग्रवाल ने कहा कि पुस्तकों का मेला लगे और उसमें हर उम्र के लोग पहुंचे तो अच्छा लगता है। यह सार्थक तब और हो जाता है जब उन लोगों को उनके पसंद की पुस्तक मिल जाए। सस्ती दरों में अगर पुस्तकें मिलें तो कहना ही क्या। यह सब इस गायत्री परिवार के पुस्तक मेला में दिखाई दे रहा है।
कार्यक्रम संयोजिका शशि अग्रवाल और आदित्य अग्रवाल ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साहित्य, सचित्र बाल कथाएं, व्यसन मुक्त एवं पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं वन औषधि, परिवार निर्माण, समाज निर्माण, नारी जागरण, व्यक्ति निर्माण आदि की उपयोगी पुस्तकों को शामिल किया है। दाऊदयालय की डा. निधि गुप्ता प्रवक्ता मनोविज्ञान ने बताया कि पुस्तक मेला में गीत, संगीत साहित्य से जुड़ी पुस्तकें रखी गईं। इसके अलावा यज्ञ, कर्मकांड, संस्कार, गायत्री संबंधी प्रमुख ग्रंथ, महापुरुषों के प्रेरक वृतांत को शामिल किया।
पुस्तक मेला में डा. केसी श्रीवास्तव, डा. रामसनेही लाल यायावर, एसआरके कॉलेज के प्राचार्य डा. प्रभाष्कर राय, सीएमएस डा. आरके पांडेय, सवर्ण संगठन के कौशल किशोर उपाध्याय, संजीव शर्मा, प्रखर गुप्ता, डा. उमाशंकर गुप्ता, डा. निशा गुप्ता, मुकेश शर्मा, सावित्री देवी, पुष्पा देवी आदि मौजूद रहे।