सुहागनगरी के देशमुख को सीरियलों में मिला मुकाम
कभी कलम से पेजों पर उलटे शब्द यानी दर्पण कला का प्रदर्शन करने वाले सुहागनगरी निवासी देशमुख प्रेमी अब सीरियल की दुनिया में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए हैं। विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित...
कभी कलम से पेजों पर उलटे शब्द यानी दर्पण कला का प्रदर्शन करने वाले सुहागनगरी निवासी देशमुख प्रेमी अब सीरियल की दुनिया में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए हैं। विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित सीरियलों में वह काम कर रहे हैं।
नारखी ब्लाक के छोटे से गांव बरतरा में रहने वाले हरिप्रसाद के बेटे देशमुख कुछ सालों पहले जनपद में अपनी दर्पण कला के रूप में पहचान बनाने में लगे थे। वह हर शब्द, कविता, निबंध आदि को उल्टे शब्दों में तेजी से लिख देते और उसको जब शीशे में देखकर पढ़ा जाता तो वह पूरी तरह सीधी लाइनों में दिखता। इस देशमुख की इच्छा पर्दे की दुनियां में काम करने की हुई।
कविताओं के माध्यम से पहुंचे मुंबई
देशमुख को कविताएं लिखने का शौक था। इन्हें वह स्टेज पर सुनाने में लोगों की तालियां बटोरते थे। देशमुख कविताओं के माध्यम से मुंबई पहुंचे और टीवी सीरियलों में काम करने की इच्छा जताने पहुंच गए।
सीरियल श्रद्धा गांव की बेटी ने दिलाई पहचान
वर्ष 2019 में देशमुख को श्रद्धा गांव की बेटी में शायर के रूप में काम करने का मौका मिला। इसमें अच्छी परफॉर्मेंस दी मुंबई में सीरियलों में काम करने वालों से नजदीकी बन गई।
भाभी जी घर पर है में कर रहे काम
परिवारों में इन दिनों सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले कॉमेडी सीरियल भाभी जी घर पर हैं में काम करने का देशमुख को मौका मिला। इसके पात्र हप्पू सिंह से मुलाकात के बाद उन्हें सेट पर बुलाया गया। यहां पर कई एपीसोड में देशमुख को विभिन्न पात्रों के रूप में काम करने का मौका मिला है।
हप्पू की उलटन-पलटन में हुई एंट्री
कॉमेडी सीरियल हप्पू की उलटन-पलटन में भी देशमुख को काम करने का मौका मिल गया है। इसमें वह लोगों को हंसाने का काम कर रहे हैं।
देशमुख ने काफी संघर्ष किया
देशमुख गरीब परिवार से हैं। पिता हरीप्रसाद आगरा के टेढ़ी बगिया में दुकान करते हैं। मां घरेलू महिला हैं। देशमुख ने जब मुंबई जाने की इच्छा जताई तो परिवार इसके लिए तैयार नहीं हुआ। उन्हें लगा कि बेटे को कोई दिक्कत न आ जाए लेकिन अब बेटे के काम को लेकर परिवार भी फख्र महसूस कर रहा है।