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दूसरी लहर में 250 करोड़ का प्रभावित हुआ ग्लास एक्सपोर्ट

कोरोना महामारी की दूसरी लहर सुहाग नगरी के ग्लास एक्सपोर्टरों पर भारी पड़ रही है। कोरोना के चलते विश्व के अनेक देशों की अर्थव्यवस्था खराब हो गई है।...

दूसरी लहर में 250 करोड़ का प्रभावित हुआ ग्लास एक्सपोर्ट
हिन्दुस्तान टीम,फिरोजाबादSat, 10 Apr 2021 06:11 PM
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कोरोना महामारी की दूसरी लहर सुहागनगरी के ग्लास एक्सपोर्टरों पर भारी पड़ रही है। कोरोना के चलते कई देशों की अर्थव्यवस्था खराब हो गई है। इसका सीधा असर इंटरनेशनल मार्केट पर भी पड़ा है। इससे कांच नगरी का निर्यात कारोबार भी अछूता नहीं रहा। कोरोना की दूसरी लहर में निर्यातकों को माल के सिर्फ 30 फीसदी ही आर्डर मिल सके हैं।

शहर के निर्यातकों की मानें तो विदेशों में कोरोना की दूसरी लहर काफी समय पहले दिसम्बर 2020 से ही शुरू हो गई। जब कि भारत में यह लहर फरवरी के अंतिम सप्ताह से शुरू हुई है। इसकी वजह से विदेशों में कारोबार पर असर पहले से ही पड़ने लगा है। जब कोरोना से विदेशी कारोबार प्रभावित हुआ तो वहां के कारोबारियों ने आगामी दिसंबर माह में आने वाले क्रिसमस के त्योहार के लिए ग्लास आयटमों के आर्डर देना बंद कर दिया। विदित हो कि फरवरी के महीने से ही क्रिसमस के त्योहार के लिए विदेशी बायर स्थानीय कांच निर्यातकों को माल के आर्डर देना शुरू कर देते हैं। मार्च और अप्रैल के महीने में एक्सपोर्टरों को माल के भरपूर आर्डर मिल जाते हैं। इसी के साथ वे आर्डर के माल को तैयार कराना शुरू कर देते हैं। लेकिन इस बार अभी तक 50 प्रतिशत भी आर्डर नहीं मिल सके हैं। वहीं जिन बायरों ने पूर्व में आर्डर दे दिए थे। उनमें कई ने अपने आर्डर रद करा दिए हैं। तो कई ने माल की तादात घटा दी है। जिससे स्थानीय निर्यातकों की अर्थव्यवस्था चरमराने लगी है। निर्यातकों की मानें तो कोरोना की दूसरी लहर तेजी से बढ़ चली है। जिसके चलते करीब 250 करोड़ का ग्लास एक्सपोर्ट प्रभावित हो गया है।

कई देशों में लग गया लॉक डाउन

शहर के निर्यातक कहते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में कई देशों में लॉक डाउन लग गया है। जिसमें जर्मनी, इटली, नीदरलैंड सहित कई देश शामिल हैं। इसकी वजह से इन देशों में होने वाले ग्लास एक्सपोर्ट पर काफी असर पड़ा है।

इन देशों को भेजे जाते हैं ग्लास आयटम

कांच नगरी से विश्व के करीब पांच दर्जन देशों को क्रिसमस के त्योहार के लिए सजावटी ग्लास आयटमों का निर्यात किया जाता है। जिसमें अमेरिका, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, स्विटजरलैंड, जर्मनी, चिली, पेरू, इटली, नीदरलैंड आदि देश शामिल हैं।

बोले ग्लास एक्सपोर्टर

कोरोना की दूसरी लहर ने निर्यात कारोबार की कमर तोड़ी

- कोरोना की दूसरी लहर ने कांचनगरी से होने वाले ग्लास एक्सपोर्ट की कमर तोड़ दी है। इस बार क्रिसमस के त्योहार के लिए सिर्फ 30 फीसदी आर्डर ही मिल सके हैं। जो कि काफी कम है। इससे निर्यात कारोबार पर बुरा असर पड़ रहा है।

- मुकेश बंसल टोनी, प्रमुख निर्यातक

- पिछले साल कोरोना के चलते लॉक डाउन लगने पर एक्सपोर्ट कारोबार पूरी तरह ठप हो गया था। लॉक डाउन समाप्त होने के बाद कांच नगरी के निर्यातक धीरे धीरे अपने कारोबार को पटरी पर ला रहे थे। लेकिन अब इस साल कोरोना की दूसरी लहर हमारे बने बनाए प्लेटफार्म को बिगाड़ रही है। विदेशों से माल के आधे आर्डर भी नहीं मिल सके हैं।

- नमन बंसल, युवा ग्लास एक्सपोर्टर

फैक्ट फाइल

कांच नगरी से विदेशों को होने वाला सालाना ग्लास एक्सपोर्ट - 500 करोड़

शहर से ग्लास एक्सपोर्ट करने वाली निर्यातक इकाइयां - 250

क्रिसमस के लिए ग्लास आयटम मंगाने वाले देश - 60

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