Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़fire broke out in mahakumbh geeta press camp within a few minutes due to strong wind 40 huts burnt to ashes in no time

तेज हवा के चलते चंद मिनटों में ही भयावह हुई महाकुंभ में लगी आग, देखते ही देखते 40 कुटिया खाक

  • आग के चलते हर किसी के चेहरे पर साफ तौर पर दहशत दिख रही थी। डेढ़ महीने के कल्पवास की इच्छा लेकर ठहरे लोगों का एक हफ्ते में ही उम्मीद खाक हो गई। आग की वजह से खाद्यान्न, चारपाई, बिस्तर, गर्म कपड़े और रुपये-पैसे सबकुछ जलकर नष्ट हो गया। लगभग 40 कुटिया में 500-600 से अधिक लोग ठहरे थे।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, वरिष्‍ठ संवाददाता, महाकुंभ नगरMon, 20 Jan 2025 05:48 AM
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Fire in Mahakumbh Geeta Press Camp: गंगा किनारे रेलवे ब्रिज के नीचे गीता प्रेस के शिविर में आग लगने के बाद चंद मिनट में स्थिति भयावह हो गई। कल्वासियों ने बताया कि दिन में धूप अच्छी थी। वहीं, नदी किनारे होने की वजह से हवा भी तेज चल रही थी। घास-फूस की कुटिया में आग लगी और तेज हवा के झोंके की वजह से देखते ही देखते आग ने भयावह रूप धारण कर लिया।

आग देख हर किसी के चेहरे पर साफ तौर पर दहशत दिख रही थी। डेढ़ महीने के कल्पवास की इच्छा लेकर ठहरे लोगों का एक सप्ताह में ही उम्मीद खाक हो गई। आग की वजह से खाद्यान्न, चारपाई, बिस्तर, गर्म कपड़े व रुपये-पैसे सबकुछ जलकर नष्ट हो गया। लगभग 40 कुटिया में 500-600 से अधिक लोग ठहरे थे। आग लगने पर सभी ने सिर्फ अपनी जान बचाना मुनासिब समझा। आग बुझने के बाद कल्पवासियों ने अपने सामान की तलाश करने की भी कोशिश की, लेकिन घटनास्थल पर राख के अलावा कुछ भी नहीं मिला। पुलिस टीम को एक टीनयुक्त बक्से में पांच-पांच सौ के नोटों की गड्डियां मिलीं।

भीड़ नियंत्रित करने में छूटा पसीना

सेक्टर नंबर 19 में आग लगने के बाद हजारों लोगों की भीड़ जुट गई। इससे अग्निशमन विभाग की गाड़ियों तक को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। सबसे ज्यादा मोबाइल पर फोटो व वीडियो बनाने वालों की होड़ मची थी। इसे रोकने के लिए पुलिस को कई बार रोकना पड़ा। इसके बाद रस्सी की बैरिकेडिंग कर किसी तरह लोगों को दूर किया गया। उधर, रविवार को अवकाश होने से मेला में अत्यधिक भीड़ उमड़ी थी। इस वजह से भी फायर व पुलिस विभाग को राहत कार्य के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा।

पुआल से बनी कुटिया में भोजन नहीं बनाना चाहिए था। इस छोटी सी लापरवाही के कारण देखते देखते एक करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो गया। 40 कुटिया और छह टेंट जल गए। वहीं टॉयलेट और आम श्रद्धालुओं के सामान को मिला लिया जाए तो एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। आग लगने के बाद शिविर संचालकों ने वहां जाकर स्थिति देखी।

शाम लगभग सवा चार बजे सेक्टर 19 स्थित शिविर में आग लगी। लपटें उठते ही जो जहां मौजूद था वो सामान लेकर बाहर की ओर भागने लगा। जो नहीं उठा सके वो सामान छोड़कर भागे। आग पर काबू पाने के बाद जब अग्निशमन विभाग की टीम ने मौका मुआयना किया तो एक बॉक्स में लाखों रुपये मिले। नोट आधे जल गए थे। पुलिस ने इसे कब्जे में ले लिया। वहीं एक शिविर में कपड़े सहित गृहस्थी की पूरी सामग्री जल गई। मौके पर ओएसडी आकांक्षा राणा और एडीएम महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी पहुंचे। फिर डीएम महाकुम्भ नगर विजय किरण आनंद और इसके चंद मिनट बाद मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत पहुंचे। हालांकि तब तक आग को काबू किया जा चुका था।

डीएम बोले

महाकुंभ नगर के डीएम विजय किरण आनंद ने कहा कि घास-फूस की लगभग 40 कुटिया और छह टेंट जल गए हैं। अग्निशमन विभाग की टीम ने आग बुझा दी है। कोई हताहत नहीं हुआ है। स्थिति अब नियंत्रण में है।

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